पटना: विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा नेता सुशील मोदी द्वारा एक ऑडियो के संबंध में राजद प्रमुख लालू यादव पर लगाए गए. इस आरोप से राजनीतिक सरगर्मी तेज है. सुशील मोदी ने लालू यादव पर जेल में रहते हुए विधायक को फोन करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस ने वायरल ऑडियो को फर्जी बताया है. कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि आजकल किसी की आवाज कोई दूसरा व्यक्ति भी निकाल सकता है. वायरल वीडियो फर्जी है. ऑडियो किसकी है, इसकी जांच होनी चाहिए.
एनडीए रच रही साजिश
अजीत शर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए महागठबंधन के उम्मीदवार का जीतना तय है. इसके चलते एनडीए के नेता बौखला गए हैं. लालू यादव का नाम लिए बिना एनडीए का कोई अस्तित्व ही नहीं है. महागठबंधन की तरफ से साजिश नहीं रची जा रही है. एनडीए की तरफ से साजिश रची जा रही है. हमलोग सब एकजुट हैं. विधायकों को जनता ने चुनकर भेजा है. सभी विधायक समझदार हैं, वे खुद फैसला करेंगे. किसी के फोन करने या नहीं करने से कुछ नहीं होता. जब कोई घबरा जाता है तो इसी तरह अफवाह फैलाता है.
"लालू का नंबर भी नहीं है. किसी सेवादार का नंबर बता रहे हैं. सुशील मोदी हताशा में हैं. पहले वह उपमुख्यमंत्री थे. उन्हें तो फिर से डिप्टी सीएम बनना था, लेकिन पार्टी ने दरकिनार कर दिया. अब वह इसी तरह की अफवाह उड़ाएंगे. इसपर हमलोगों को ध्यान नहीं देना है. हमलोग स्पीकर पद के लिए अपने उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी को जिताने के लिए पूरी ताकत से लगे हैं."- अजीत शर्मा, विधायक दल के नेता, कांग्रेस