पटनाः बिहार में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसको देखते हुए राज्य सरकार ने 16 अगस्त तक पूरे बिहार में लॉकडाउन लागू कर दिया था. इसके बावजूद सड़कों पर लोग सोशल डिस्टोंसिंग की धज्जियां उड़ाते देखे जा रहे हैं. विपक्ष ने सरकार पर लॉकडाउन में ढ़ील देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाती है तो कोरोना काल में सख्ती बरतने की जरूरत है.
लॉकडाउन का आखिरी दिन
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जिस तरह से सड़कों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है. साथ ही नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, लोग बिना मास्क पहने घर से बाहर निकल रहे हैं. उन्होंने कहा कि रविवार को लॉकडाउन का आखिरी दिन है. राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर सरकार आगे लॉकडाउन जारी रखती है तो इसका सख्ती से पालन भी होना चाहिए.
संक्रमितों की संख्या 15 हजार के पार
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख पार कर चुकी है. हर दिन मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में बिहार में दोबारा लॉकडाउन लागू कर दिया गया था, जिसका आज आखिरी दिन है. पटना में भी संक्रमित मरीजों की संख्या 15 हजार के पार हो चुकी है. ऐसे में अब देखना होगा कि सरकार आगे के लिए क्या फैसला लेती है.
अनलॉक 3.0 लागू
बिहार में लॉकडाउन 16 अगस्त तक लॉकडाउन लागू किया गया था. हालांकि साथ ही अनलॉक 3.0 भी लागू है. लॉकडाउन से इमरजेंसी सेवा को बाहर रखा गया था. रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया था. इस लॉकडाउन में निर्माण कार्य वाले क्षेत्रों को छूट मिली थी. मालवाहक वाहनों को भी लॉकडाउन में पूरी तरह छूट मिली थी. वहीं, फ्लाइट और ट्रेनें भी चल रही थे, जबकि बस का परिचालन बंद कर दिया गया था.