पटना(दानापुर): जिले के दानापुर विधानसभा क्षेत्र के लखनीबीघा पंचायत के आदमपुर गांव में मूलभूत सुविधाओं के आभाव में ग्रामीण वर्षों से उपेक्षा के शिकार हैं. हर साल बरसात होते ही इस गांव में जलजमाव की भीषण समस्या होती है. ग्रामीणों को हर साल जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए अस्थायी उपाय करने पड़ते हैं. लेकिन आज तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिली. इससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है.
नहीं मिली कोई सरकारी मदद
बता दें कि इस पंचायत को केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गोद ले रखा है. बावजूद इसके इस गांव में मूलभूत सुविधाओं की बेहद कमी है. गांव में नाला और पक्की सड़क नहीं है. साथ ही यहां लोगों को बिजली की घोर समस्या झेलनी पड़ती है. बरसात के मौसम में आदमपुर गांव के लोगों का जिंदगी दूभर हो जाता है. घुटने भर पानी में घुसकर ग्रामीणों को आना-जाना पड़ता है. ग्रामीणों द्वारा आने जाने के लिए चचरी का पुल बनाया गया है. लेकिन ग्रामीणों को अभी तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है.
ग्रामीणों में नाराजगी
इस गांव से महज कुछ ही दुरी पर इस क्षेत्र के विधायक आशा सिन्हा का गांव भी है. लोगों की कहना है कि बार बार इसको लेकर शिकायत करने के बावजूद किसी भी जनप्रतिनिधि या नेता ने इन समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया. ग्रामीणों ने बताया कि घुटने भर पानी में घुसकर महिलाओं को, खासकर बच्चों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि पानी काफी दिनों तक जमा होने के कारण कई तरह की बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है. इससे गांव के लोगों में काफी नाराजगी है.
समस्या का किया जाएगा समाधान
अपनी समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं इस बाबत पूछे जाने पर दानापुर विधायक आशा सिन्हा ने बताया कि आदमपुर गांव की समस्याओं के बारे में उन्हें जानकारी मिली है. उन्होंने बताया कि इस समस्या के निदान के लिए वह काम कर रही हैं.