पटना: जदयू के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह (Rajya Sabha MP Vashishtha Narayan Singh) आरजेडी और जदयू के विलय पर चुप्पी साध ली है. Etv Bharat से एक खास बातचीत में उन्होंने कहा, कि-'इस मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है'. वशिष्ठ नारायण सिंह बिहार में जदयू और बीजेपी के विलय को लेकर कुछ भी बोलने से बचते रहे. कहा, कि कल जब पटना लौटे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिलने आए थे. उनसे बातचीत भी हुई है, लेकिन इस मामले में मुझे अभी जानकारी नहीं है.
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महागठबंधन की सरकार से उम्मीदः 5 महीने बाद इलाज कर दिल्ली से पटना लौटे वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि महागठबंधन की सरकार से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं. इस सरकार में भी बागडोर नीतीश कुमार के पास ही है. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा देश की जनता हो या बिहार की जनता, वे चाहते हैं कि काम तुरंत हो. नीतीश कुमार के कार्यकाल को देखेंगे तो नीतीश कुमार ने वैसे राज को संभाला है जिसे बीमारू राज्य कहा जाता था. बिजली का कहीं पता नहीं था. रोड की स्थिति भी बहुत खराब थी. नीतीश कुमार ने बिहार को विकट परिस्थितियों से बाहर निकाला है और बेहतर बिहार बनाने का प्रयास किया है.
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नीतीश के सामने अनेक चुनौतियांः वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि राजनीतिक रूप से विकास के तौर पर और सामाजिक रूप से भी कई काम हुए हैं. राजनीतिक रूप से देखेंगे तो देश के लिए बिहार में जो गठबंधन बना है वह नजीर साबित होगा. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि विकास को लेकर बिहार में बहुत काम है लेकिन अभी भी बहुत बिंदु पर काम करना जरूरी है. रोजगार और नौकरी का भी मामला है. गरीबी को दूर करने को लेकर भी काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आज भी नीतीश कुमार के सामने अनेक चुनौतियां हैं.