पटनाः सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिजल्ट 4 अगस्त 2020 को घोषित कर दिया गया है. इस बार भी बिहार के अभ्यर्थियों ने अपना दमखम दिखाया है. गोपालगंज के युवाओं ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के झंडे गाड़े हैं. प्रसिद्ध अधिवक्ता शिवचंद्र मिश्र के सुपौत्र शिवाशिस मिश्र ने भारतीय पुलिस सेवा में परचम लहराया है. दूसरी तरफ हथुआ प्रखंड के परमानपट्टी के मनोज सिंह के पुत्र प्रदीप सिंह ने लगातार दूसरी बार सफलता हासिल करते हुए 26 वां रैंक लाया है.
जमुई के वाणिज्य सहायक कर आयुक्त रवि जैन को 9वां रैंक
देवघर शहर के जैन मंदिर रो के रहने वाले जमुई के वाणिज्य सहायक कर आयुक्त रवि जैन ने यूपीएससी में 9वां रैंक हासिल किया है. बीपीएससी की परीक्षा दी और उसमें सफलता पाने के बाद पटना में ट्रेनिंग पूरी की और जनवरी महीने में बतौर वाणिज्य सहायक कर आयुक्त के पद पर जमुई में योगदान दिया. यूपीएससी में सफलता हासिल करने के बाद डीएम धर्मेंद्र कुमार ने उन्हें मिठाई खिलाकर बधाई दी.
श्रेष्ठ अनुपम ने लाया 19 वां रैंक
भागलपुर के श्रेष्ठ अनुपम ने यूपीएससी में ऑल ओवर इंडिया 19 वां रैंक हासिल किया है. लॉकडाउन के 3 दिन पहले यूपीएससी का इंटरव्यू देकर लौटे श्रेष्ठ अनुपम के परिवार को पूरा यकीन था कि उनका बेटा इस बार यूपीएससी में टॉपर की सूची में शामिल होगा. पिता दिलीप कुमार अमर यूपीएससी की परीक्षा में असफल हो गए थे. जिसका उन्हें अफसोस ताउम्र रहा. हालांकि, बेटे ने उनके सपने को साकार किया है.
भोजपुर के परितोष पंकज को 142वां रैंक
भोजपुर के परितोष पंकज ने यूपीएससी परीक्षा में 142 वां रैंक हासिल किया है. परितोष पंकज के पिता डॉ. नीरज सिंह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष भी रह चुके हैं. बेटे की सफलता के पीछे पिता ने कड़ी मेहनत को बताया है. मर्चेन्ट नेवी में अपनी सेवा दे चुके परितोष की सफलता पर जिले के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
सारण में बेटियों का जलवा
सारण जिले के जलालपुर स्थित कोठियां की दिव्या को 79 रैंक हासिल हुआ है. बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने वाली दिव्या मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर धीरेंद्र कुमार सिंह व मंजुल प्रभा की पुत्री हैं. वहीं, सारण जिला के एकमा प्रखण्ड के सेदुआर गांव निवासी आशीष ने 53 वां रैंक हासिल हुआ है. जबकि गड़खा प्रखण्ड के केवानी गांव की अपूर्ण सिंह को 194 रैंक प्राप्त हुआ है.
जहानाबाद की डॉकटर बिटीया को भी मिली सफलता
जहानाबाद की डॉक्टर हर्ष प्रिय वंदना को 165 वां रैंक मिला है. बता दें कि डॉ. हर्ष शहर के जाने-माने लक्ष्मी फैशन प्रतिष्ठान के संचालक दिलीप कुमार की भतीजी हैं. दिलीप कुमार ने बताया उनकी भतीजी हर्षा प्रिय वंदना एमबीबीएस डॉक्टर है.
नवादा के कुमार संजीव को 365 वां रैंक
नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखंड स्थित कबला गांव के कुमार मिथिलेश सिंह के पुत्र कुमार संजीव ने दूसरे प्रयास में 365 रैंक हासिल की है. वर्तमान में संजीव गुरुग्राम स्थित पावरग्रिड में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. कुमार संजीव की प्रारंभिक पढ़ाई कबला गांव में ही हुई है. अभ्यानंद सुपर 30 जॉइन करने के बाद 2014 में आईआईटी परीक्षा में 265 वां रैंक लाया था.
मोतिहारी के गैस एजेंसी मैनेजर के बेटे का कमाल
मोतिहारी के अमित रंजन ने अपने पांचवें प्रयास में 462 वां रैंक प्राप्त किया है. मोतिहारी शहर के एक गैस एजेंसी के मैनेजर राजेंद्र गुप्ता के पुत्र अमित रंजन फिलहाल ओएनजीसी देहरादून में कार्यरत हैं. अमित ने 2011 में तमिलनाडू से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की. कम्प्यूटर इंजीनियरिंग करने के बाद अमित रंजन ने ओएनजीसी में ज्वाईन किया. अमित ने अपने पिता के सपने को साकार करने के लिए चार बार में मिली असफलता के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और अपने पांचवे प्रयास में उन्होंने सफलता पाई है.
फेरी वाले के बेटे ने लहराया परचम
किशनगंज में घूम-घूम कर कपड़े बेचने वाले एक गरीब पिता के बेटे ने सपना पूरा किया है. बेटे ने यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया में 616 रैंक लाकर किशनगंज का नाम रौशन किया है. पिता महाजन से कर्ज लेकर बेटे को पढ़ा लिखा रहे थे. परीक्षा पास होने के बाद अनिल बसाक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि गरीबी का दर्द उसे मालूम है. ऐसे में उनकी प्राथमिकता गरीबों को न्याय दिलाना होगा.
रोहतास के दीपक सिंह को 686 रैंक
रोहतास जिले के कोचस प्रखंड स्थित डोइयां गांव निवासी दीपक सिंह ने यूपीएससी में 686वां रैंक प्राप्त किया है. परीक्षा उत्तीर्ण करने की सूचना लगते ही उनके घर पर आसपास के लोगों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों की तरफ से बधाई देने का सिलसिला जारी है. दीपक वर्तमान में उत्तराखंड के लैंसडाउन में डीएफओ की पोस्ट पर तैनात है. सरकारी नौकरी करने के साथ ही उन्होंने पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की. 2017 में उनकी नियुक्ति वन विभाग में हुई थी. यूपीएससी द्वारा आयोजित भारतीय वन सेवा की परीक्षा में दीपक को 16वां स्थान प्राप्त हुआ था.