पटना: जदयू में सांगठनिक चुनाव (Organizational Elections In JDU) हो रहा है. प्रखंड अध्यक्ष चुनाव को लेकर कई स्थानों से हंगामे और नाराजगी (Uproar Over Organizational Elections In JDU) की खबर सामने आ रही है. भोजपुर से भी काफी संख्या में कार्यकर्ता आज पार्टी कार्यालय में विरोध दर्ज कराने पहुंच गए. भोजपुर के तरारी और अन्य स्थानों से पहुंचे कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिला अध्यक्ष का चुनाव कराना नहीं चाहते हैं. कार्यकर्ताओं ने जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Kushwaha) से भी शिकायत की है.
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पार्टी कार्यालय में देंगे धरनाः कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने निर्वाचित पदाधिकारी से शिकायत करने की सलाह दी. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को भी अंधेरे में रखा जा रहा है. यदि उनकी बात नहीं सुनी गई तो पार्टी कार्यालय में भी धरना देंगे और भोजपुर में भी धरना देंगे. जदयू प्रखंड अध्यक्ष चुनाव के बाद जिला अध्यक्ष का चुनाव होना है और फिर प्रदेश अध्यक्ष का भी चुनाव होगा. 27 नवंबर को प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा लेकिन कई स्थानों से गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है. और कई जगह चुनाव नहीं होने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिख रही है.
'जिलाध्यक्ष संजय सिंह के निर्देश पर ये सब हो रहा है. जो भी पर्यवेक्षक हैं, वो सब नौकरी कर रहे है. ये लोग चुनाव कराना ही नहीं चाहते हैं. सीएम नीतीश कुमार को भी अंधेरे में रखा जा रहा है. यदि उनकी बात नहीं सुनी गई तो पार्टी कार्यालय में भी धरना देंगे और भोजपुर में भी धरना देंगे.' - अरुण, जदयू कार्यकर्ता
JDU महुआ प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव हुआ था स्थगित : गौरतलब है कि बिहार के वैशाली में जदयू महुआ प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो (JdU Mahua Block President Election Postponed In Vaishali) पाया था. जदयू प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव शोर-शराबे के बीच स्थगित कर दिया गया था. चुनाव पहले से तय कार्यक्रम के तहत महुआ के एक निजी होटल के सभागार में रखा गया था. जहां करीब डेढ़ सौ जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता मौजूद (Janata Dal United Workers) थे. महुआ प्रखंड अध्यक्ष के चुनाव के लिए 5 लोगों ने नामांकन किया था. लेकिन शोर-शराबा और हंगामा के बीच चुनाव को रद्द कर देना पड़ा.