पटना: राजधानी पटना से मसौढी प्रखंड मुख्यालय पर पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में अफसरशाही के मामले (panchayat committees against bureaucracy in Patna) पर जोरदार हंगामा हुआ. इसको लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि जब भी पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक होती है तो कोई भी सदन में पदाधिकारी नहीं पहुंचते हैं. वहीं प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में पदाधिकारियों की मनमानी चल रही है. इस अफसरशाही की वजह से आम जनता का काम बहुत ही बाधित हो रहा है.
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पंचायत प्रतिनिधियों का हंगामा : पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि- "हर कोई यहां पर आम जनता के काम के लिए बैठा हुआ है लेकिन इस अफसरशाही के चलते हर कोई परेशान दिख रहा है. मनरेगा पदाधिकारी के लगातार मनमानी रवैया से सभी पंचायत प्रतिनिधि दुखी है. हम लोगों ने सदन में पुरजोर तरीके से विरोध करते हुए सदन के बाहर आ गए हैं. हमलोगों ने नारेबाजी की और सदन में अफसरशाही करने वाले अधियाकारियों की बर्खास्त करने का पुरजोर तरीके से प्रस्ताव लाए हैं."
अफसरशाही के विरोध में प्रदर्शन : मुखिया संघ अध्यक्ष पिंकू कुमार सिंह ने कहा कि प्रखंड से लेकर अंचल तक सभी पदाधिकारियों की मनमानी से हर कोई परेशान है. कहीं भी काम नहीं हो रहा है. हर जगह पर फाइलें लटकी हुई है. वहीं प्रखंड प्रमुख सद्दाम हुसैन ने कहा कि मनरेगा पदाधिकारी की लगातार शिकायतें मिल रही है और काम करने में भी लापरवाह हैं ऐसे में सदन में प्रस्ताव लिया गया है.
मनरेगा पदाधिकारी को बर्खास्त करने की मांग : मसौढ़ी प्रखंड कार्यालय में पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में सभी पदाधिकारियों पर जमकर भड़ास निकाली और अफसरशाही पर जोरदार विरोध जताते हुए मनरेगा पदाधिकारी शशीकांत शास्त्री के खिलाफ बर्खास्तगी का पुरजोर तरीके से सदन में प्रस्ताव लाया. पंचायत प्रतिनिधियों का साफ-साफ कहना है कि अगर उन्हें बर्खास्तगी नहीं की जाएगी तो सड़क पर उतर कर सभी पंचायत प्रतिनिधि आंदोलन करेंगे.