पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री सह रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने आमरण अनशन करने की घोषणा की है. इस आमरण अनशन का कारण नवादा और औरंगाबाद के देवकुंड में केंद्रीय विद्यालय के खोलने के लिए प्रशासन की अनदेखी है. जिसको लेकर उपेन्द्र कुशवाहा राजधानी में 26 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठेंगे.
अनशन पर बैठेंगे उपेंद्र कुशवाहा
दरअसल, राज्य के नवादा और औरंगाबाद के देवकुंड में केंद्रीय विद्यालय खोलने की स्वीकृति मिल गयी. लेकिन बिहार सरकार के गलत रवैया के कारण उन विद्यालय की शुरुआत नहीं हो पायी.
केंद्रीय विद्यालय नहीं खुलने से कुशवाहा नाराज
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा सुधार को लेकर हम जब सरकार में भी थे तब भी कार्यक्रम किया करते थे. लेकिन अब विपक्ष में है तो लगातार कार्यक्रम नहीं कर पाते हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन केंद्रीय विद्यालय जिसकी स्वीकृति मिल गई है निश्चित तौर पर उसको लेकर जो बिहार सरकार का रवैया है वह ठीक नहीं है. यही कारण है कि हम इन मुद्दों को लेकर 26 नवंबर से पटना में आमरण अनशन पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि इस आमरण अनशन पर आने के लिए हम विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं को भी निमंत्रण देंगे, जो हमारे साथ हैं. निश्चित तौर पर यह शिक्षा का सवाल है और बहुत बड़ा सवाल है. जिस पर बिहार सरकार के रवैया बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है.
यह भी पढ़े- NH 31 पर फोर लेन निर्माण होगा फिर से शुरू, हटाये जायेंगे सिंघोल थाना समेत कई निजी लेंड मार्ग
26 नंवबर से कुशवाहा करेंगे अनशन
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि निश्चित तौर पर हमने पहले ही बिहार सरकार को 15 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया था. लेकिन 15 नवंबर तक उन विद्यालयों के बारे में क्या करना है वह नहीं बताया गया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का नाम दिया गया है 'शिक्षा सुधार, वरना जीना बेकार'.