पटना : केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पर दिए गए तेजस्वी के बयान से बिहार में सियासत गर्म (Bihar Politics News) है. बीजेपी नेता लगातार तेजस्वी यादव पर हमलावर हैं. बीजेपी तेजस्वी के बयान पर कड़ा रुख अख्तियार किए हुए हैं. वहीं अब जेडीयू ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने उपेन्द्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव के बयान पर नीतिगत ऐतराज जताया है. उन्होंने कहा कि अगर दोनों नेताओं के बीच ऐसी बात चीत हुई भी तो तेजस्वी को उसे सार्वजनिक नहीं करना चाहिए था.
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'दो नेताओं के बीच क्या बात हुई नहीं बात हुई इसपर क्या टिप्पणी की जा सकती है. लेकिन कोई अस्वाभाविक बात भी नहीं है एक नेता दूसरे नेता से इस तरह की बातें करते रहते हैं. दोनों के बीच बातचीत हुई है तो इसे इशू बनाने की जरूरत नहीं है और सबसे बड़ी बात व्यक्तिगत बातचीत को सार्वजनिक करना सही नहीं है.'- उपेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू संसदीय बोर्ड
नित्यानंद पर तेजस्वी का निशाना: दरअसल सोमवार 18 जुलाई को तेजस्वी यादव ने नित्यानंद राय को लेकर बड़ा बयान दिया था तेजस्वी यादव ने कहा था. उन्होंने कहा था कि नित्यानंद राय मंत्री बनने से पहले हमसे मिले थे और आरजेडी में शामिल कराने की बात कही थी. तेजस्वी के इस बयान पर को लेकर सियासत शुरू है. इसी मुद्दे पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि दोनों के बीच बातचीत हुई या नहीं हुई, मैं प्रमाण नहीं दे रहा हूं. क्योंकि दोनों के बीच का ये मामला है. मुझे उसकी कोई जानकारी नहीं है.
क्या कहा था तेजस्वी ने..? : "जब नित्यानंद राय केंद्र की सरकार में मंत्री नहीं बने थे तब उन्होंने मुझसे संपर्क साधा था. उन्होंने कहा था कि मुझे भाजपा में मन नहीं लग रहा है. राजद में मुझे बुला लीजिए."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
बीजेपी ने तेजस्वी पर किया था पलटवार- 'तेजस्वी को अपने पापा से पूछना चाहिए कि किस तरह लालू जी बार-बार लोगों को भेजकर नित्यानंद राय से गिड़गिड़ाने वाले संदेश पहुंचाते थे कि देखिएगा कहीं तेजस्वी हार मत जाए, नहीं तो हम बर्बाद हो जायेंगे. भाजपा की राष्ट्रवादी को विचारधारा और धर्म, संस्कृति, गाय और गीता की रक्षा का जो व्यक्ति संकल्प ले चुका है वो अपनी जान दे सकता है लेकिन कभी भी राजद जैसी धार्मिक तुष्टिकरण करने वाली परिवारवादी पार्टी में शामिल नहीं हो सकता है.''- निखिल आनंद, भाजपा प्रवक्ता