पटना : बिहार के गया विष्णुपद मंदिर में मुख्यमंत्री के साथ आरजेडी कोटे के मंत्री इसराइल मंसूरी (Minister Mohamed Israel Mansoori ) के प्रवेश करने पर सियासत जारी है. एक ओर जहां बीजेपी इसे हिंदू धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बता रही है, तो वहीं जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha ) ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि भले ही बीजेपी खत्म हो जाएगी लेकिन हिन्दू धर्म कभी खत्म नहीं होगा. सभी लोगों को सभी धर्मों में आस्था रखनी चाहिए. अगर कोई कहीं चला भी गया तो उसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए.
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''हमलोग गुरुद्वारा जाते हैं चुनाव के समय मस्जिद में जाते हैं रूमाल बाधकर जाते हैं. जिस धर्म की जो परिपाटी है उसका पालन करके अपना काम किया जाता है. गया के मंदिर में अगर मंत्री चले ही गए तो इसमें बीजेपी को इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए''- उपेन्द्र कुशवाहा, संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
नित्यानंद राय के कसाई वाले बयान पर बोली जेडीयू: जब उपेन्द्र कुशवाहा से पूछा गया कि केंद्रीय मंत्री नित्यानन्द राय कहते हैं कि- 'तेजस्वी यादव कसाई खाना खुलवाने वाले लोग हैं' तो उन्होंने कहा कि हम ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेंगे, लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि गद्दी से हटने पर जो छटपटाहट हो रही है, उसीके कारण ऐसा बोल रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की क्षमता है और सभी लोगों को इसको लेकर कोशिश करनी चाहिए.
"तेजस्वी यादव कसाई खाना खोलने वाले लोग हैं. हम गाय माता को पूजने वाले लोग हैं. वे सभी भ्रष्टाचार करने वाले लोग हैं. यह सरकार गुंडा राज ,अराजक राज, और भ्रष्टाचार की प्रतीक है. भ्रष्टाचारियों से गठबंधन किया गया है. इस गठबंधन को जनता ने बहुत ही अच्छे से परख लिया है और इसका जवाब देगी. विष्णुपद मंदिर मामले को लेकर सीएम नीतीश को जनता से माफी मांगनी चाहिए. "- नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
नीतीश पीएम मैटेरियल: आज तक बिहार से प्रधानमंत्री नहीं ( Nitish Kumar PM material) बना. बिपक्ष को एकजुट कर हम लोग इसमें लगें हैं. जब उनसे सवाल किया गया कि राहुल गांधी मान जाएंगे? तो उन्होंने कहा कि पहले बात चलेगी फिर देखेंगे. अगर कहीं कोई समस्या आएगी तो विपक्षी एकता को देखते हुए काम किया जाएगा. लेकिन जो लोग अभी गद्दी पर हैं उन्हें वहां से हटाने की मुहिम हमारी जारी रहेगी. जिसपर हम काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
क्या है पूरा मामला?: गया में आगामी 9 सितंबर से 25 सितंबर तक विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आयोजन होने जा रहा है. इसी सिलसिले में सीएम नीतीश कुमार सोमवार को गया पहुंचे थे. जहां पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया और विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना भी की. इस दौरान उनके साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिला के प्रभारी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह में मौजूद थे. गयाजी के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर मुख्य द्वार पर 'अहिंदू प्रवेश वर्जित' लिखा हुआ है. इसके बावजूद मंत्री अंदर चले गए. जिस पर अब बवाल शुरू हो गया है.
विष्णुपद मंदिर पर क्यों मचा है बवालः विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है, जिसका पालन करने की परंपरा रही है लेकिन सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी गर्भगृह तक चले गए थे. जिस पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है. इस बीच विष्णुपद मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने भी इसे बड़ी चूक मानी है. समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिठ्ठल ने कहा कि हमें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ एक मुस्लिम मंत्री भी हैं. विट्ठल ने कहा कि मंत्री को इसे सौभाग्य बताने के बजाए क्षमा मांगनी चाहिए. यह घोर गलत हुआ है. हमलोग मस्जिद में नहीं जाते हैं. फिर वह हमारे पौराणिक परंपरा वाले मंदिर में कैसे प्रवेश कर गए, जहां बड़े-बड़े बोर्ड में लिखे हुए हैं अहिंदू प्रवेश निषेध.