पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे कामगारों के लिए बड़ी योजना 'विश्वकर्मा योजना' की शुरुआत की है. विश्वकर्मा पूजा के दिन पीएम विश्वकर्म योजना की विधिवत आधारशिला रखी. राजधानी पटना में भी विश्वकर्म योजना के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. भाजपा के कई बड़े नेताओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इस बुनियादी योजना को बिहार में लागू नहीं कर रहे हैं.
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गिरिराज सिंह का नीतीश पर बड़ा हमला : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर चौतरफा हमला बोला है. गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार अति पिछड़ा विरोधी हैं. अति पिछड़ों के लिए मोदी सरकार ने 13000 करोड़ से अधिक की योजना लाई है. लेकिन नीतीश कुमार यह नहीं चाहते हैं कि अति पिछड़ों का उत्थान हो. लिहाजा वह योजना को बिहार में लागू नहीं होने दे रहे हैं.
क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना : छोटे और दक्ष कामगारों के उत्पाद को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले इसके लिए पीएम विश्वकर्म योजना की शुरुआत की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना का औपचारिक तौर पर उद्घाटन किया है. तमाम राज्यों से भी लोगों को योजना के बारे में जागरूक करने के लिए जोड़ा गया था. राजधानी पटना में भी ऊर्जा ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
ट्रेनिंग और ऋण देने की भी व्यवस्था : आपको बता दें की योजना के तहत कुशल कामगारों को ट्रेनिंग की व्यवस्था है. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें ₹500 रोज दिए जाएंगे. इसके अलावा सामग्री के लिए भी 15000 की सहायता दी जाएगी. अगर और बेहतर करने की इच्छा कोई कामगार रखता हो तो उसके लिए कम ब्याज पर 3 लाख तक के ऋण की व्यवस्था भी की गई है.
कामगारों में योजना को लेकर उत्साह : बड़ी संख्या में विश्वकर्म योजना से जुड़ने वाले लाभार्थी भी पहुंचे. लोगों की लंबी कतारें देखी गईं. बहुत सारे लोग रजिस्ट्रेशन करते भी नजर आए. विश्वकर्म योजना को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला. कामगार अविनाश ने कहा कि पीएम विश्वकर्म योजना कुशल कामगारों के लिए वरदान साबित होने वाला है. हम अपने प्रोडक्ट को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेज सकेंगे. सरकार भी इसके लिए ट्रेनिंग के अलावा आर्थिक सहायता देने को तैयार है.