नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच एक बार फिर से बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है. इससे सबसे ज्यादा केरल प्रभावित हुआ है. हालांकि कि कई राज्यों में भी बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. इसको लेकर केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
"बर्ड फ्लू से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. भारत में 2006 में पहली बार बर्ड फ्लू आया था. अक्टूबर 2020 में ही हमने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दिया था. बर्ड फ्लू को लेकर दिल्ली में हमने कंट्रोल रूम बना दिया है. भोपाल में इसका जांच लैब है. वहां से निरंतर सम्पर्क में हूं."- गिरिराज सिंह, केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी मंत्री
इसके अलावा गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं सभी राज्यों से भी संपर्क में हूं. पल पल की जानकारी ले रहा हूं. इस मामले पर पैनी नजर है. मुझे लगता है घबराहट की कोई बात नहीं है. राज्यों की हर संभव सहायता की जाएगी. विश्व पशु संगठन ने भी कहा है कि बर्ड फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है. लोग मीट और अंडा खा सकते हैं. अच्छे से पका कर खाएं. इससे कोई दिक्कत नहीं है.
बर्ड फ्लू पर नियंत्रण पाने के लिए अलर्ट जारी
बता दें कि देश के कई राज्यों को बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप (स्ट्रेन) को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार को अलर्ट कर नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है. वहीं, अबतक कितने पक्षियों की मौत हुई है इसका पूरा आंकड़ा राज्यों से नहीं आया है. केरल और हरियाणा में पक्षियों की ज्यादा मौतें हुई है. जिनको नुकसान होता है उनको मुआवजा दिया जाता है. उसका अपना गाइडलाइन है.
वायरस से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 60 फीसदी
बताया जा रहा है कि बर्ड फ्लू की बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा एच5एन1 की वजह से होती है. यह वायरस पक्षियों से मनुष्य तक पहुंचता है. WHO के अनुसार बर्ड फ्लू का एक इंसान से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचना मुश्किल है. लेकिन यह वायरस जानलेवा है. वायरस से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 60 प्रतिशत है.