पटना: जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर बिहार में सियासत जारी है. केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में कहा गया कि जातीय जनगणना कराना संभव नहीं है. इसके बाद से लगातार विपक्षी पार्टियां बिहार की एनडीए गठबंधन की सरकार पर दबाव बना रही हैं. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने दिल्ली दौरे के समय कहा था कि पटना पहुंचने के बाद इस पर फैसला लेंगे और सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे. हालांकि सर्वदलीय बैठक कब होगी अभी तक यह साफ नहीं पाया है. हालांकि राजद ने सीएम की गृहमंत्री से इस मामले में क्या बात हुई है, उसका खुलासा करने की मांग की है.
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फिलहाल इस मुद्दे पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना कराना, हमारे नेता नीतीश कुमार की शुरू से मांग रही है. बिना नाम लिए तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उमेश कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग राजनीति चमकाने में लगे हैं. हम लोग काम करने में विश्वास रखते हैं. मुख्यमंत्री ने जातीय जनगणना को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाने की भी बात कही है.
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वहीं, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातीय जनगणना पर भी राजनीति कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह से मिले तो जातीय जनगणना को लेकर क्या बातचीत हुई है. इसका उन्हें खुलासा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से जो डेलिगेशन मिला उस पर भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का दबाव था. अब यदि विपक्ष की मांग को कमजोर करने के लिए सर्वदलीय बैठक होती है तो वह हम होने नहीं देंगे. लेकिन पहले मुख्यमंत्री अपनी मंशा साफ करें.