पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे चरण का मतदान शनिवार को होने वाला है. इसके बाद 10 नवंबर को मतगणना होगी. अंतिम चरण की वोटिंग से ठीक एक रोज पहले नीतीश मंत्रिमंडल के दो सदस्य अशोक चौधरी और नीरज कुमार की कुर्सी छिन गई है. संवैधानिक बाध्यता के चलते इन दोनों सदस्यों का मंत्री पद खत्म किया गया है.
अशौक चौधरी और नीरज कुमार बिहार विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं. इस दोनों की सदस्यता छह मई 2020 को खत्म हो गई है. संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार विधानमंडल के किसी सदन का सदस्य रहे बगैर कोई छह महीने से ज्यादा मंत्री पद पर नहीं रह सकता है. इसी वजह से दोनों की मंत्रिपद की कुर्सी छीन गई है.
अशोक चौधरी बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री और नीरज कुमार सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री रहे हैं. नीरज कुमार स्नातक कोटे से सदस्य थे जबकि अशोक चौधरी विधायक कोटे से चुने गए थे. नीरज कुमार एक बार फिर से पटना क्षेत्र से स्नातक सीट से एनडीए प्रत्याशी के तौर चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिसका नतीजा 12 नंवबर को आएगा. वहीं, अशोक चौधरी के एमएलसी मनोनीत होने की संभावना थी, जो आचार संहित लागू हो जाने के चलते नहीं हो सकी. यही वजह है कि अब इन दोनों नेताओं का कार्यकाल खत्म हुए 6 महीने पूरे हो गए हैं, जिसके चलते उन्हें कैबिनेट से हटना पड़ा है.