पटना : देश में फिलहाल 5G की शुरुआत कई जगहों पर हो चुकी है. आईआईटी पटना के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के तरफ से 6जी मोबाइल वायरलेस कम्युनिकेशन (Program on 6G Mobile Wireless Communication at IIT) को लेकर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक एवं कई प्रोफेसर शामिल हुए. पटना आईआईटी के निर्देशक प्रो. टीएन सिंह भी मौजूद थे. कार्यक्रम की शुरुआत होने से पूर्व आईआईटी के निदेशक ने शामिल होने पहुंचे देश विदेश के सभी वैज्ञानिक और प्रोफेसर को आईआईटी का प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया.
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शिविर में 6 जी पर रखेंगे अपनी बात : पटना आईआईटी के निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि देश में फिलहाल 5G नेटवर्क की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन आने वाले समय में पूरा विश्व 6जी की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. इसी को लेकर पटना आईआईटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के तरफ से 6 जी मोबाइल वायरलेस कम्युनिकेशन को लेकर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें देश-विदेश के कई वैज्ञानिक प्रोफेसर एवं कई लोग शामिल हैं. दो दिवसीय शिविर में 6 जी पर सभी लोग अपनी बात रखेंगे और इसके फायदे के साथ-साथ अन्य कई मुद्दों पर बात की जाएगी.
केंद्र और बिहार सरकार का मिल रहा सहयोग: देश की वर्तमान सरकार 5जी की शुरुआत कर चुकी है तो वहीं अब कई देशों में 6जी की तैयारी भी शुरू हो चुकी है. इसी को लेकर अपना देश भारत पीछा न रहे. इसको लेकर आईआईटी पटना भी इस क्षेत्र में आगे आया है. 6जी की तैयारी अभी से ही शुरू कर दी गई है. जिसमें केंद्र और बिहार सरकार के सहयोग से शुरुआत किया गया है. दो दिवसीय कार्यक्रम में बिहार सरकार के आईटी विभाग के सचिव एसके माल, आईआईटी रुड़की के पूर्व निदेशक प्रो. एके चतुर्वेदी, प्रो. पी कुमार, डॉ एके सिंह, डॉ पी.एच राव के अलावा कई अन्य देश-विदेश के वैज्ञानिक शामिल रहेंगे.
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"मेक इन इंडिया के तहत कई तरह के कार्यक्रम देश में चल रहे हैं. इसी को लेकर अब 6जी की तैयारी शुरू कर दी गई है. आगामी 2027- 30 के बीच यह पूरे विश्व में चालू किया जा सकता है. इसके चालू होने से लोगों को काफी सुविधा मिलेगी. जिसमें मेडिकल साइंस हो या अन्य विभागों में इसकी शुरुआत होने से कार्य में काफी तेजी आयेगी और काफी सहायता मिलेगा." -प्रो.टीएन सिंह, निदेशक आईआईटी पटना