पटना: बिहार की राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) और नियम तोड़ने वालों के बीच झड़प की खबर आती है. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस की मनमानी की शिकायत भी लोग करते हैं. ऐसे में परिवहन विभाग हैंडहेल्ड डिवाइस के जरिए इस पूरी समस्या पर लगाम लगाने की कोशिश में है. अब ट्रैफिक रूल्स (Traffic Rules) तोड़ने पर परिवहन विभाग पटना के अलावा अन्य शहरों में भी ई-चालान (E-Challan) के जरिए फाइन वसूलेगा.
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बता दें कि यह सुविधा पटना समेत कुछ अन्य इलाकों में है. लेकिन अब इसे राज्य वापी करने के लिए यातायात पुलिस को हैंडहेल्ड डिवाइस दिया जाएगा. 1500 से अधिक जवानों को हैंडहेल्ड डिवाइस दिया जाएगा, जिसके जरिए अब फाइन वसूला जाएगा. हैंड हेल्ड डिवाइस से गाड़ी की चैंकिंग के दौरान पिछली बार किन नियमों का उल्लंघन वाहन मालिक ने किया था ये भी पता लग सकेगा. साथ ही कितना फाइन वसूला गया इसका भी पूरा रिकॉर्ड सरकार के पास होगा.
दरअसल, पटना को छोड़कर अन्य शहरों में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर ऑफलाइन जुर्माना ही वसूला जा रहा है. परिवहन विभाग के माध्यम से ट्रैफिक पुलिस को रसीद दी जाती है. रसीद से जो वसूली होती है, उसकी एंट्री होती है. लेकिन इस एंट्री में कई तरह की गड़बड़ियां सामने आती हैं. कई बार तो महीनों तक रसीद के बारे में परिवहन विभाग को जानकारी ही नहीं मिलती. जिससे यह पता नहीं चलता कि विभाग की ओर से दी गई रसीद का कितना उपयोग हुआ और कितना राजस्व की वसूली हुई. इसे देखते हुए अब ट्रैफिक पुलिस को हैंडहेल्ड डिवाइस देने की तैयारी हो रही है.
जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 ट्रैफिक थाना के तहत काम करने वाले कर्मियों को 350 डिवाइस पहले ही दिया जा चुका है. अब बाकी 1531 कर्मियों को यह डिवाइस दी जाएगी. इसी वित्तीय वर्ष में ट्रैफिक पुलिस को हैंडहेल्ड डिवाइस दी जाएगी, जिससे जुर्माना की पूरी डिटेल की एंट्री ऑनलाइन हो जाएगी. साथ ही हर महीने यह आंकड़ा भी परिवहन विभाग के पास उपलब्ध होगा कि कितने लोगों ने ट्रैफिक रूल्स थोड़ा है और कितने लोगों ने जुर्माना दिया और कितनी वसूली हुई.
बता दें कि बिहार में परिवहन विभाग सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में शामिल है. पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा और ट्रैफिक पुलिस की मनमानी पर भी रोक लग सकेगी. क्योंकि जब पूरा सिस्टम ऑनलाइन होगा तो पब्लिक और ट्रैफिक पुलिस के बीच झड़प की शिकायतें भी कम हो पाएंगी.
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