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Railway Safety in Bihar: बिहार में कितनी सुरक्षित है ट्रेनें..लगेज स्कैनिंग की होती है अनदेखी, सिर्फ बड़े स्टेशनों पर रूटीन जांच - ETV Bharat News

सिवान में ग्वालियर एक्सप्रेस से विस्फोटक मिलने के बाद पूर्व मध्य रेलवे में हड़कंप मच गया है. ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर बिहार में ट्रेनें कितनी सुरक्षित (Railway security arrangements in Bihar) है. यहां कहने को तो ट्रेनों में सुरक्षा जांच की जाती है, लेकिन यह काम सिर्फ बड़े स्टेशनों पर ट्रेनों के रुकने के बाद होता है, लेकिन लगेज चेकिंग की कहीं व्यवस्था नहीं है. अगर कहीं ऐसा है भी तो उसका पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा. ऐसे में रेलयात्री बिहार कितने सुरक्षित हैं और सुरक्षा की क्या व्यवस्था है, यह जानना महत्वपूर्ण है. पढ़ें पूरी खबर..

बिहार में रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था
बिहार में रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था
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Published : Mar 23, 2023, 4:49 PM IST

बिहार में ट्रेनों सुरक्षा जांच

पटना: बिहार में गुरूवार को सिवान रेलवे स्टेशन पर ग्वालियर एक्सप्रेस से विस्फोटक मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. पूर्व मध्य रेलवे इस मामले की जांच में जुटी हुई है कि आखिर विस्फोटक पदार्थ ट्रेन में आया कहां से? वैसे बरामद विस्फोटक को डिफ्यूज कर दिया गया है और आरपीएफ और जीआरपी की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन सवाल फिर भी बना हुआ है कि बिहार में आखिर किस हद तक रेल यात्रा सुरक्षित है? यहां सुरक्षा के क्या इंतजाम (Train safety measures in Bihar) हैं और अगर रेलवे सेफ्टी अपने मानक पर खरा है तो फिर ट्रेनों से विस्फोटक, अवैध हथियार और ऐसे ही कई प्रतिबंधित चीजें कैसे बरामद होती रहती है.

ये भी पढ़ेंः Bomb in Gwalior Express: ग्वालियर एक्सप्रेस ट्रेन में मिले विस्फोटक, बम स्क्वायड ने किया डिफ्यूज

लगेज चेकिंग पर नहीं दिया जा रहा ध्यानः अगर बात पटना जंक्शन की करें तो यहां हनुमान मंदिर छोर और करबिगहिया छोर पर साल 2012-13 तक रेल यात्रियों की जांच के लिए बैग स्केनर मशीन और मेटल डिटेकटर हटा दिया गया है. इसके बाद से रेल यात्री आसानी से प्लेटफार्म पर पहुंचते हैं और अपनी यात्रा भी करते हैं, लेकिन अब आरपीएफ और जीआरपी पुलिस प्रशासन के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था रहती है. कहीं ना कहीं सुरक्षा की व्यवस्था पर यह सवाल खड़ा कर रहा है कि जो भी रेल यात्री बिना चेक के प्लेटफॉर्म पर पहुंच रहे हैं. उनके बैग में क्या है थैले में क्या है कोई पता नहीं चल पाता है. बैग स्कैनर से पता चलता था, कि बैग के अंदर कुछ ऐसा पदार्थ नहीं है. बैग स्कैनर हट जाने के बाद कहीं ना कहीं सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा होता है.

विस्फोटक मिलने के बाद पूर्व मध्य रेलवे में हड़कंपः ट्रेन से विस्फोटक मिलने के मामले को लेकर पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सजग हो गई है. पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडलों में आरपीएफ और जीआरपी को सजग और चेकिंग अभियान तेज करने का आदेश दिया गया है. पूर्व मध्य रेलवे का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन है. यहां से प्रतिदिन लगभग 8 लाख रेल यात्री सफर करते हैं. ऐसे में रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा आरपीएफ का होता है. पटना जंक्शन में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सुशील कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वरीय अधिकारियों के आदेश पहले से हैं, जिसको लेकर प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर रूटीन चेकिंग अभियान चलाया जाता है.

स्टेशनों पर होती है रूटीन चेकिंगः सुशील कुमार ने बताया कि खासकर के रूटीन चेकिंग अभियान में प्लेटफार्म, रेलवे परिसर और ट्रेनों में भी जांच कराई जाती है. रेलवे स्टेशन पर सप्ताह में 2 से 3 दिन मोबाइल स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम से भी जांच कराई जाती है. उन्होंने कहा कि पटना जंक्शन के दसों प्लेटफार्म पर जीआरपी की मदद लेकर जांच कराई जाती है. खास करके आरपीएफ की टीम सिविल ड्रेस में भी नजर बनाए रहती है.

" वरीय अधिकारियों के आदेश पहले से हैं, जिसको लेकर प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर रूटीन चेकिंग अभियान चलाया जाता है. रूटीन चेकिंग अभियान में प्लेटफार्म, रेलवे परिसर और ट्रेनों में भी जांच कराई जाती है. रेलवे स्टेशन पर सप्ताह में 2 से 3 दिन मोबाइल स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम से भी जांच कराई जाती है"- सुशील कुमार, प्रभारी, आरपीएफ पोस्ट

शराब के मद्देनजर ट्रेनों में भी की जाती है जांचः वहीं जीआरपी प्रभारी रंजीत कुमार ने साफ तौर पर कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और शराब कारोबारी ट्रेनों के जरिए प्रतिदिन शराब ढो रहे हैं. ऐसे में शराब और सुरक्षा दोनों लिहाज से प्रतिदिन ट्रेनों में जांच कराई जाती है और कई लोगों को धरपकड़ भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि पटना जंक्शन राजधानी का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है और यहां पर पुलिस प्रशासन की नजर बनी रहती है. इस कारण से यहां पर किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो सकती है.

स्टेशन परिसर पर हर एक गतिविधि पर रखी जाती है नजरः रंजीत कुमार ने कहा कि सिवान रेलवे स्टेशन पर ग्वालियर एक्सप्रेस में लावारिस बैग में विस्फोटक पदार्थ मिला था. इसके बाद से पटना जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था और रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर के सभी टीम को सजग कर दिया गया है. यहां तक कि रेलवे परिसर और प्लेटफार्म पर पहुंचने वाले रेल यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम है. गर्मी के मौसम में सुबह से लेकर देर रात तक रेलवे स्टेशन पर भीड़ रहती है ऐसे में रात्रि के समय में भी गश्ती टीम गठित की गई है जो कि रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेनों में नजर बनाए रहती है.

"बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और शराब कारोबारी ट्रेनों के जरिए प्रतिदिन शराब ढो रहे हैं. ऐसे में शराब और सुरक्षा दोनों लिहाज से प्रतिदिन ट्रेनों में जांच कराई जाती है. र ग्वालियर एक्सप्रेस में लावारिस बैग में विस्फोटक पदार्थ मिला था. इसके बाद से पटना जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था और रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर के सभी टीम को सजग कर दिया गया है. यहां तक कि रेलवे परिसर और प्लेटफार्म पर पहुंचने वाले रेल यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है" - रंजीत कुमार, प्रभारी, जीआरपी

बिहार में ट्रेनों सुरक्षा जांच

पटना: बिहार में गुरूवार को सिवान रेलवे स्टेशन पर ग्वालियर एक्सप्रेस से विस्फोटक मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. पूर्व मध्य रेलवे इस मामले की जांच में जुटी हुई है कि आखिर विस्फोटक पदार्थ ट्रेन में आया कहां से? वैसे बरामद विस्फोटक को डिफ्यूज कर दिया गया है और आरपीएफ और जीआरपी की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन सवाल फिर भी बना हुआ है कि बिहार में आखिर किस हद तक रेल यात्रा सुरक्षित है? यहां सुरक्षा के क्या इंतजाम (Train safety measures in Bihar) हैं और अगर रेलवे सेफ्टी अपने मानक पर खरा है तो फिर ट्रेनों से विस्फोटक, अवैध हथियार और ऐसे ही कई प्रतिबंधित चीजें कैसे बरामद होती रहती है.

ये भी पढ़ेंः Bomb in Gwalior Express: ग्वालियर एक्सप्रेस ट्रेन में मिले विस्फोटक, बम स्क्वायड ने किया डिफ्यूज

लगेज चेकिंग पर नहीं दिया जा रहा ध्यानः अगर बात पटना जंक्शन की करें तो यहां हनुमान मंदिर छोर और करबिगहिया छोर पर साल 2012-13 तक रेल यात्रियों की जांच के लिए बैग स्केनर मशीन और मेटल डिटेकटर हटा दिया गया है. इसके बाद से रेल यात्री आसानी से प्लेटफार्म पर पहुंचते हैं और अपनी यात्रा भी करते हैं, लेकिन अब आरपीएफ और जीआरपी पुलिस प्रशासन के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था रहती है. कहीं ना कहीं सुरक्षा की व्यवस्था पर यह सवाल खड़ा कर रहा है कि जो भी रेल यात्री बिना चेक के प्लेटफॉर्म पर पहुंच रहे हैं. उनके बैग में क्या है थैले में क्या है कोई पता नहीं चल पाता है. बैग स्कैनर से पता चलता था, कि बैग के अंदर कुछ ऐसा पदार्थ नहीं है. बैग स्कैनर हट जाने के बाद कहीं ना कहीं सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा होता है.

विस्फोटक मिलने के बाद पूर्व मध्य रेलवे में हड़कंपः ट्रेन से विस्फोटक मिलने के मामले को लेकर पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सजग हो गई है. पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडलों में आरपीएफ और जीआरपी को सजग और चेकिंग अभियान तेज करने का आदेश दिया गया है. पूर्व मध्य रेलवे का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन है. यहां से प्रतिदिन लगभग 8 लाख रेल यात्री सफर करते हैं. ऐसे में रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा आरपीएफ का होता है. पटना जंक्शन में आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सुशील कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वरीय अधिकारियों के आदेश पहले से हैं, जिसको लेकर प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर रूटीन चेकिंग अभियान चलाया जाता है.

स्टेशनों पर होती है रूटीन चेकिंगः सुशील कुमार ने बताया कि खासकर के रूटीन चेकिंग अभियान में प्लेटफार्म, रेलवे परिसर और ट्रेनों में भी जांच कराई जाती है. रेलवे स्टेशन पर सप्ताह में 2 से 3 दिन मोबाइल स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम से भी जांच कराई जाती है. उन्होंने कहा कि पटना जंक्शन के दसों प्लेटफार्म पर जीआरपी की मदद लेकर जांच कराई जाती है. खास करके आरपीएफ की टीम सिविल ड्रेस में भी नजर बनाए रहती है.

" वरीय अधिकारियों के आदेश पहले से हैं, जिसको लेकर प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर रूटीन चेकिंग अभियान चलाया जाता है. रूटीन चेकिंग अभियान में प्लेटफार्म, रेलवे परिसर और ट्रेनों में भी जांच कराई जाती है. रेलवे स्टेशन पर सप्ताह में 2 से 3 दिन मोबाइल स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम से भी जांच कराई जाती है"- सुशील कुमार, प्रभारी, आरपीएफ पोस्ट

शराब के मद्देनजर ट्रेनों में भी की जाती है जांचः वहीं जीआरपी प्रभारी रंजीत कुमार ने साफ तौर पर कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और शराब कारोबारी ट्रेनों के जरिए प्रतिदिन शराब ढो रहे हैं. ऐसे में शराब और सुरक्षा दोनों लिहाज से प्रतिदिन ट्रेनों में जांच कराई जाती है और कई लोगों को धरपकड़ भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि पटना जंक्शन राजधानी का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है और यहां पर पुलिस प्रशासन की नजर बनी रहती है. इस कारण से यहां पर किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो सकती है.

स्टेशन परिसर पर हर एक गतिविधि पर रखी जाती है नजरः रंजीत कुमार ने कहा कि सिवान रेलवे स्टेशन पर ग्वालियर एक्सप्रेस में लावारिस बैग में विस्फोटक पदार्थ मिला था. इसके बाद से पटना जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था और रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर के सभी टीम को सजग कर दिया गया है. यहां तक कि रेलवे परिसर और प्लेटफार्म पर पहुंचने वाले रेल यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम है. गर्मी के मौसम में सुबह से लेकर देर रात तक रेलवे स्टेशन पर भीड़ रहती है ऐसे में रात्रि के समय में भी गश्ती टीम गठित की गई है जो कि रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेनों में नजर बनाए रहती है.

"बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और शराब कारोबारी ट्रेनों के जरिए प्रतिदिन शराब ढो रहे हैं. ऐसे में शराब और सुरक्षा दोनों लिहाज से प्रतिदिन ट्रेनों में जांच कराई जाती है. र ग्वालियर एक्सप्रेस में लावारिस बैग में विस्फोटक पदार्थ मिला था. इसके बाद से पटना जंक्शन की सुरक्षा व्यवस्था और रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर के सभी टीम को सजग कर दिया गया है. यहां तक कि रेलवे परिसर और प्लेटफार्म पर पहुंचने वाले रेल यात्रियों पर भी नजर रखी जा रही है" - रंजीत कुमार, प्रभारी, जीआरपी

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