पटना: केंद्रीय श्रमिक संगठन के आह्वान पर राजधानी के केदार भवन में मजदूर संगठनों ने राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस कन्वेंशन का आयोजन किया. कन्वेंशन में सभी मजदूर संगठन के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. मजदूर संगठनों का कहना था कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार मजदूर विरोधी कानून बनाकर मजदूरों की समस्याओं को बढ़ा रही है.
3 जुलाई को होगा देशव्यापी आंदोलन
संगठन के नेताओं ने कहा कि लॉकडाउन में पहले से ही सभी परेशान हैं और सरकार नए-नए मजदूर विरोधी कानून बनाकर मजदूरों का शोषण कर रही है. ऐसा हम नहीं होने देंगे. कन्वेंशन में मुख्य रूप से मजदूरों का शोषण किस प्रकार से रोका जाए इस पर चर्चा की गई. इस दौरान इंटक नेता चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि आगामी 3 जुलाई को देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा.
आंदोलन की बनाई गई रणनीति
चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन उसमें से मजदूरों को 20 पैसे भी नहीं मिले. मोदी सरकार और नीतीश सरकार मजदूरों के लिए कुछ नहीं कर रही और मजदूरों का शोषण कर रही है. ऐसा हम हरगिज नहीं होने देंगे. इस कन्वेंशन आयोजन में मजदूर विरोधी सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई गई और सरकार को आगाह किया गया.
राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस: मजदूरों के हितों को लेकर श्रमिक संगठन ने बनाई आंदोलन की रणनीति
राजधानी के केदार भवन में मजदूर संगठनों ने राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस कन्वेंशन का आयोजन किया. इस दौरान संगठन के नेताओं ने कहा कि सरकार नए-नए मजदूर विरोधी कानून बनाकर मजदूरों का शोषण कर रही है. ऐसा हम नहीं होने देंगे.
पटना: केंद्रीय श्रमिक संगठन के आह्वान पर राजधानी के केदार भवन में मजदूर संगठनों ने राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस कन्वेंशन का आयोजन किया. कन्वेंशन में सभी मजदूर संगठन के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. मजदूर संगठनों का कहना था कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार मजदूर विरोधी कानून बनाकर मजदूरों की समस्याओं को बढ़ा रही है.
3 जुलाई को होगा देशव्यापी आंदोलन
संगठन के नेताओं ने कहा कि लॉकडाउन में पहले से ही सभी परेशान हैं और सरकार नए-नए मजदूर विरोधी कानून बनाकर मजदूरों का शोषण कर रही है. ऐसा हम नहीं होने देंगे. कन्वेंशन में मुख्य रूप से मजदूरों का शोषण किस प्रकार से रोका जाए इस पर चर्चा की गई. इस दौरान इंटक नेता चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि आगामी 3 जुलाई को देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा.
आंदोलन की बनाई गई रणनीति
चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन उसमें से मजदूरों को 20 पैसे भी नहीं मिले. मोदी सरकार और नीतीश सरकार मजदूरों के लिए कुछ नहीं कर रही और मजदूरों का शोषण कर रही है. ऐसा हम हरगिज नहीं होने देंगे. इस कन्वेंशन आयोजन में मजदूर विरोधी सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई गई और सरकार को आगाह किया गया.