पटना: राजधानी के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के 64 वर्षीय राधेश्याम गुप्ता कोरोना काल के दौरान घर से बाहर नहीं निकले. मगर जब उनमें कुछ लक्षण आए तब परिवार वालों ने जांच कराई और जांच में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. जिसके बाद घरवालों ने एनएमसीएच में भर्ती कराया. इसके बाद मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं हआ और हालात बिगड़ती गई और सोमवार को मरीज की जान चली गई. राजधानी पटना के कंकड़बाग इलाके में ही कोरोना के सर्वाधिक मरीज हैं.
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कोरोना से 3 मरीज की मौत
सीतामढ़ी के रहने वाले 72 वर्षीय उमेश लाल को कोरोना संक्रमण के कारण चेस्ट इंफेक्शन ज्यादा फैल गया था. लक्षण महसूस होने के बाद जांच कराई गई, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई. बाद में एनएमसीएच में एडमिट कराया गया लेकिन कोई राहत नहीं मिली और तबीयत लगातार बिगड़ती गई. उमेश लाल को वेंटिलेटर के सपोर्ट पर भी रखा गया मगर ये काम नहीं आया और उनकी मौत हो गई.
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कोरोना संक्रमण का कहर
मधेपुरा के रहने वाले 80 वर्षीय फजल्लाह खान की हालत 2 दिनों में काफी बिगड़ गई और अधिक उम्र होने के कारण कोरोना इन पर भारी पड़ा और संक्रमण की स्थिति अत्यधिक गंभीर होने पर इलाज के क्रम में मरीज की मौत हो गई. डॉक्टरों ने बताया कि फेफड़े और पूरे शरीर में संक्रमण काफी फैल चुका था.