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ओमीक्रोन संक्रमण: नेपाल से पटना आए 3 बस यात्री कोरोना संक्रमित, अभी तक नहीं हुई सहयात्रियों की ट्रेसिंग

नेपाल से पटना आए तीन यात्री कोरोना संक्रमित (Bus Passengers Found Corona Infected)पाए जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. इस मामले में तीनों संक्रमित यात्रियों ने बस से यात्रा की थी. लेकिन अभी तक पटना स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों के साथ यात्रा करने वालों की ट्रेसिंग की जहमत नहीं उठाई है. पढ़ें पूरी खबर-

नेपाल से पटना आए 3 बस यात्री कोरोना संक्रमित
नेपाल से पटना आए 3 बस यात्री कोरोना संक्रमित
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Published : Dec 11, 2021, 10:06 PM IST

Updated : Dec 14, 2021, 2:58 PM IST

पटना: ओमीक्रोन के बढ़ते संक्रमण के बीच (Omicron Variant In Bihar) बिहार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही (Big Negligence Of Patna Health Department) कहीं प्रदेश वासियों पर भारी न पड़ जाए ! कुछ दिन पहले तक बिहार का स्वास्थ्य महकमा पटना के अंदर विदेश से आए नागरिकों को ढूंढ रहा था. ये ऐसे यात्री थे जिनकी लिस्ट केंद्र से भेजी गई थी. ये वो यात्री थे जो अपने पासपोर्ट में दर्ज पते से नदारद थे. अभी इसका मामला शांत भी नहीं हुआ था कि एक और वाकया सामने आ गया. दरअसल, नेपाल से आए तीन यात्री कोरोना संक्रमित (3 Nepali Corona Positive) पाए गए हैं. खास बात ये कि जिस बस से इन्होंने पटना तक की यात्रा की उसमें कई यात्री सवार थे.

ये भी पढ़ें- Omicron : दिल्ली में ओमीक्रोन का दूसरा केस मिला, जिम्बाब्वे से लौटा शख्स संक्रमित

बस में कौन से यात्री कहां से चढ़े और कहां उतरे? इसकी ट्रेसिंग स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक नहीं की गई है. जबकि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ट्रेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट किया जाना जरूरी है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहीं पटना वासियों के साथ साथ बिहार पर भारी न पड़ जाए. इसी लापरवाही के चलते पटना में एक बार फिर कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा मंडराने लगा है.

डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना

बहरहाल, पटना स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में काफी सतर्क रहने की जरूरत है. इस मामले में जब जिला सिविल सर्जन से ईटीवी भारत ने पूछा तो उन्होंने लापरवाही भरा जवाब दिया. उन्होंने बताया कि जांच की बात विचाराधीन है. इसमें काफी ट्रेसिंग करना पड़ता है.

'नेपाल वाले पटना के ही रहने वाले हैं. वो अपने घर गये हुए थे. जब लौटे तो जांच में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इस मामले की ट्रेसिंग विचाराधीन है. उसको फॉलो करना पड़ता है. ये बड़ी चीज है'- डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना

दरअसल, राजधानी पटना में बीते 12 दिनों में 1000 से अधिक लोग विदेशों से आए हैं. जिसमें लगभग 375 का जांच के लिए सैंपल कलेक्ट किया जा चुका है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि विदेशों से आए 303 लोगों का कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. जबकि 4 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके अलावा नेपाल से बस से आए तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. सिविल सर्जन ने बताया कि फ्लाइट से ट्रैवल कराने वाले जिन चार लोगों में पॉजिटिव मामले मिले हैं उनमें से दो की पॉजिटिव रिपोर्ट वाले दुबई के ट्रैवल हिस्ट्री वाले यात्रियों की है, जबकि दो पॉजिटिव रिपोर्ट सिंगापुर के ट्रैवल हिस्ट्री वाले यात्रियों की है.

सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी (Patna Health Department ) ने बताया कि फ्लाइट से विभिन्न देशों से ट्रेवल कर जो यात्री आ रहे हैं उनकी जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पहले उनके पास कॉल जा रहा है. जो लोग कॉल रिसीव कर रहे हैं वह जांच में सहयोग कर रहे हैं. इसके अलावा कई लोगों का मोबाइल भी ऑफ आ रहा है. कई लोगों का नंबर फॉरेन का मिल रहा है. सिविल सर्जन ने बताया कि यह लोगों की भी जिम्मेवारी बनती है कि फॉरेन से ट्रेवल कर आ रहे हैं तो निश्चित रूप से प्रदेश लौटने पर एक बार अपना rt-pcr जांच अवश्य कराएं.

ये भी पढे़ं- कोरोना का खौफः बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे अभिभावक, शिक्षा विभाग ने कहा- फिलहाल खुले रहेंगे शिक्षण संस्थान

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पटना: ओमीक्रोन के बढ़ते संक्रमण के बीच (Omicron Variant In Bihar) बिहार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही (Big Negligence Of Patna Health Department) कहीं प्रदेश वासियों पर भारी न पड़ जाए ! कुछ दिन पहले तक बिहार का स्वास्थ्य महकमा पटना के अंदर विदेश से आए नागरिकों को ढूंढ रहा था. ये ऐसे यात्री थे जिनकी लिस्ट केंद्र से भेजी गई थी. ये वो यात्री थे जो अपने पासपोर्ट में दर्ज पते से नदारद थे. अभी इसका मामला शांत भी नहीं हुआ था कि एक और वाकया सामने आ गया. दरअसल, नेपाल से आए तीन यात्री कोरोना संक्रमित (3 Nepali Corona Positive) पाए गए हैं. खास बात ये कि जिस बस से इन्होंने पटना तक की यात्रा की उसमें कई यात्री सवार थे.

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बस में कौन से यात्री कहां से चढ़े और कहां उतरे? इसकी ट्रेसिंग स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक नहीं की गई है. जबकि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ट्रेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट किया जाना जरूरी है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहीं पटना वासियों के साथ साथ बिहार पर भारी न पड़ जाए. इसी लापरवाही के चलते पटना में एक बार फिर कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा मंडराने लगा है.

डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना

बहरहाल, पटना स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में काफी सतर्क रहने की जरूरत है. इस मामले में जब जिला सिविल सर्जन से ईटीवी भारत ने पूछा तो उन्होंने लापरवाही भरा जवाब दिया. उन्होंने बताया कि जांच की बात विचाराधीन है. इसमें काफी ट्रेसिंग करना पड़ता है.

'नेपाल वाले पटना के ही रहने वाले हैं. वो अपने घर गये हुए थे. जब लौटे तो जांच में तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इस मामले की ट्रेसिंग विचाराधीन है. उसको फॉलो करना पड़ता है. ये बड़ी चीज है'- डॉ विभा कुमारी, सिविल सर्जन, पटना

दरअसल, राजधानी पटना में बीते 12 दिनों में 1000 से अधिक लोग विदेशों से आए हैं. जिसमें लगभग 375 का जांच के लिए सैंपल कलेक्ट किया जा चुका है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि विदेशों से आए 303 लोगों का कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. जबकि 4 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके अलावा नेपाल से बस से आए तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. सिविल सर्जन ने बताया कि फ्लाइट से ट्रैवल कराने वाले जिन चार लोगों में पॉजिटिव मामले मिले हैं उनमें से दो की पॉजिटिव रिपोर्ट वाले दुबई के ट्रैवल हिस्ट्री वाले यात्रियों की है, जबकि दो पॉजिटिव रिपोर्ट सिंगापुर के ट्रैवल हिस्ट्री वाले यात्रियों की है.

सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी (Patna Health Department ) ने बताया कि फ्लाइट से विभिन्न देशों से ट्रेवल कर जो यात्री आ रहे हैं उनकी जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पहले उनके पास कॉल जा रहा है. जो लोग कॉल रिसीव कर रहे हैं वह जांच में सहयोग कर रहे हैं. इसके अलावा कई लोगों का मोबाइल भी ऑफ आ रहा है. कई लोगों का नंबर फॉरेन का मिल रहा है. सिविल सर्जन ने बताया कि यह लोगों की भी जिम्मेवारी बनती है कि फॉरेन से ट्रेवल कर आ रहे हैं तो निश्चित रूप से प्रदेश लौटने पर एक बार अपना rt-pcr जांच अवश्य कराएं.

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Last Updated : Dec 14, 2021, 2:58 PM IST
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