पटना: बिस्कोमान की ओर से बिस्कोमान टावर में सस्ती दरों पर प्याज बेचने का गुरुवार को आखिरी दिन था. शाम 5 बजे के बाद बिस्कोमान टावर कैंपस में प्याज की बिक्री बंद हो गई. सस्ती दरों पर प्याज खरीदने के लिए हजारों की तादाद में लोगों की भीड़ जुटी रही.
बता दें बिस्कोमान ने प्याज बेचने के लिए 30 काउंटर बनाए थे. इसके बाबजूद प्याज खरीदने के लिए पटनावासियों की काफी लंबी लाइनें लगी थी. इस दौरान जिला प्रशासन के तरफ से कोई सहयोग ना मिलने के कारण कई बार अफरा-तफरी का भी माहौल देखने को मिला.
'बिस्कोमान का पहल है सराहनीय'
प्याज खरीदने के लिए आए लोगों ने बताया कि प्याज की बढ़ती कीमतों से बहुत परेशानी हो रही है. महिलाओं ने बताया कि प्याज की कीमतें आसमान छू रही है. इस कारण उन्हें घर चलाने में काफी कठिनाई होती है. यहां सस्ती दर पर प्याज मिलने के कारण सुबह से ही प्याज खरीदने के लिए लाईन में खड़े हैं. साथ ही लोगों ने बिस्कोमान की ओर से सस्ती दर पर प्याज बेचने को काफी सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि जिला प्रशासन को भी इसमें सहयोग करना चाहिए था.
विधि व्यवस्था के कारण प्याज बेचने पर रोक
बताया जाता है कि बिस्कोमान टावर के कैंपस में प्याज बेचे जाने से आसपास लोगों की काफी भीड़ उमड़ती थी. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने बिस्कोमान प्रबंधन से बिस्कोमान टावर में प्याज नहीं बेचने का निर्देश दिया. जिला प्रशासन ने बिस्कोमान से ऐसे जगह पर प्याज बेचने को कहा जहां भीड़ से विधि व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो.
बिस्कोमान ने लगाया आरोप
इस मामले पर बिस्कोमान प्रबंधन ने कहा कि विधि व्यवस्था की जिम्मेवारी प्रशासन की है. अगर लोगों की सुविधा के लिए बिस्कोमान 35 रुपये प्रति किलो प्याज बेच रहा है, तो प्रशासन को उसे सहयोग करना चाहिए. बिस्कोमान प्रबंधन ने प्रशासन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पटना में किफायती दरों पर हो रही प्याज की बिक्री पर रोक लगा दी है. इससे लोगों को काफी परेशानी होगी.