पटना: कहते हैं जल ही जीवन है. लेकिन असल में जिंदगी की कितनी मायने रखती है यह पटना के सड़क पर फटी पाइप को देखने से अंदाजा लगाया जा सकता है. सरकार और समाज बेकार में बहते पीने लायक पानी को रोकने में उंघाई ले रही है. न तो सरकार सजग दिख रही है न ही समाज. राजधानी के नालंदा मेडिकल कॉलेज के ठीक समीप हजारों लीटर पानी रोजाना बर्बाद हो रहा है.
हजारों लीटर पानी प्रतिदिन बह रहा है
दरअसल पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज के पास पानी की फाइप लाइन कई दिनों से फटी हुई है. रोजाना इस फाइप से हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. वहीं, एक तरफ बीच सड़क पर पाइप के फट जाने के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. तो वहीं, दूसरी तरफ डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बिमारी के फैलने के डर बना हुआ है. इलाके के लोग रोजाना लगते जलजमाव से तंग आ चुके हैं. लोगों का कहना है कि सरकार नल जल योजना तो लायी है. लेकिन पुराने गरे पाइपों की रखरखाव ही नहीं कर पा रही है.
लिखित आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई
वहीं, इस रास्ते से रोजाना कई अधिकारियों के काफिले गुजरते हैं. इसके बावजूद अभी तक किसी भी अधिकारी पदाधिकारी की निगाह इस फटी पाइप लाइन पर नहीं गई है. अधिकारी इस बाबत आंख मूंदे सोए हुए हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर हमलोग कई बार अधिकारियों से मुलाकात कर लिखित आवेदन दे चुके हैं. लेकिन अधिकारियों ने अबतकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.