पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के सफाई कर्मी अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर इन दिनों हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मियों की हड़ताल का आज तीसरा दिन है. सभी 75 वार्डों के सफाईकर्मी (Sweepers) मौर्या लोक स्थित पटना नगर निगम कार्यालय के ठीक सामने मौर्या टावर (Maurya Tower) पर मरे हुए कुत्ते को लटकाकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
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बता दें कि पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारी सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. शाम होते-होते पूरा शहर कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया. हालांकि, सफाईकर्मियों ने निश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा पहले ही कर दी थी, लेकिन नगर निगम के पदाधिकारियों ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया.
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''जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. सरकार बार-बार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है. अभी भी समान काम करने पर समान वेतन नहीं दिया जा रहा है. मांग को लेकर कई बार निगम प्रशासन से गुहार लगाई गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई.'' - सफाईकर्मी
सफाईकर्मियों का कहना है कि पटना को साफ रखने की जिम्मेदारी हम लोगों की है, तो सरकार महंगाई के मुताबिक दैनिक मजदूरी क्यों नहीं बढ़ा रही है. नगर निगम के हजारों सफाई कर्मचारी सरकार की इस नीति का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाएंगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा. सरकार की मनमानी नहीं चलेगी. इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए हड़ताल किया जा रहा है.
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर पटना नगर निगम के सफाई कर्मी 3 फरवरी 2019 से 9 अगस्त 2021 तक 6 बार हड़ताल कर चुके हैं. लेकिन उनकी 15 सूत्री मांगों पर अब तक सुनवाई नहीं हैं. ऐसे में सफाई कर्मी आर-पार के मूड में नजर आ रहे हैं.
इधर, सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण राजधानी पटना में सफाई व्यवस्था ठप है. जगह-जगह कचरे का अंबार जमा हो गया है. जिसके कारण लोग परेशान हो गए हैं. कचरे से बदबू भी आने लगी है. कंकड़बाग, कदमकुआं, स्टेशन रोड, जमाल रोड, नाला रोड समेत कई इलाकों में कूड़ा नहीं उठने के कारण कॉलोनियों और सड़कों पर कूड़ा पसर गया है. लेकिन सफाईकर्मी अपने जिद्द पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक सफाई ठप रहेगी.