पटना: राज्य में अप्रैल-मई महीने में पंचायत चुनाव होने हैं. पंचायत चुनाव कब होंगे उसे लेकर संशय की स्थिति बरकरार है. पटना उच्च न्यायालय के फैसले से आज तस्वीर साफ हो जाएगी. इन सबके बीच भाजपा और राजद की ओर से दावों का दौर जारी है. आगामी पंचायत चुनाव में राजद और भाजपा अपना शक्ति प्रदर्शन करना चाहेगी वो सबसे बड़ी पार्टी है.
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भाजपा और राजद की जोर आजमाइश जारी
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद बिहार के राजनीतिक दलों के नगर पंचायत चुनाव को लेकर कहा पार्टी के आधार को मजबूत करना चाहते हैं भाजपा और राजद से जुड़े कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पंचायत चुनाव में मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं कार्यकर्ताओं को पार्टी का सहयोग भी मिल रहा है. पंचायत चुनाव में राजद और भाजपा अपना शक्ति प्रदर्शन करना चाहेगी राजद वो सबसे बड़ी पार्टी है.
6 महीनों से तैयारी में जुटे हैं राजनीतिक दल
ऐसे में पार्टी चाहेगी की स्थानीय निकाय के चुनाव में उनके ज्यादा उम्मीदवार जीत कराएं भाजपा पिछले 6 महीने से पंचायत चुनाव की तैयारी में जुटी है. लिहाजा पार्टी राजद को पछाड़ना चाहेगी. इस बार बिहार में पंचायत चुनाव ईवीएम के सहारे होने हैं कुछ तकनीकी कारणों से मामला पटना हाईकोर्ट पहुंच गया है. आज पटना हाई कोर्ट पूरे मसले पर अपना फैसला सुनाएगा उसके बाद पंचायत चुनाव को लेकर संशय की स्थिति खत्म हो जाएगी
निकाय चुनाव में बड़ी पार्टी होने का दावा
राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा है कि बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता स्थानीय निकाय के चुनाव में मैदान में उतरे हैं पार्टी ने समर्थन में देखी विधानसभा चुनाव के दौरान जिस तरीके से एमडीएनए जनादेश का अपमान किया उसका सबक बिहार की जनता पंचायत चुनाव में सिखाएगी.
वहीं, भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि हम पिछले कई महीनों से पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहे हैं हमारे कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार हैं जिला परिषद के उम्मीदवारों को सीधे तौर पर समर्थन देंगे सैद्धांतिक रूप से हम दलगत आधार पर चुनाव कराने के पक्षधर हैं. भाजपा नेता ने कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव में बड़ी संख्या में पार्टी के नेता चुनाव जीतकर आएंगे.
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