पटना: बिहार में प्रदूषण नियंत्रण के लिए आज प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक बड़ी पहल की है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम के साथ एक समझौता किया है. जिसके तहत प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर रिमोट सेंसिंग के जरिए निगरानी होगी. इससे प्रदूषण फैलाने वाले ईंट-भट्ठों पर शिकंजा कसने की तैयारी हो रही है.
ईंट-भट्ठों पर होगी निगरानी
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है. इस समझौते के तहत यूएनडीपी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए बिहार में प्रदूषण फैलाने वाली ईंट-भट्ठों की निगरानी करेगा. इसकी पूरी रिपोर्ट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को सौंपेगा. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक कुमार घोष ने बताया, ईंट-भट्ठों की एडवांस तरीके से निगरानी के जरिए हम प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कारगर कदम उठा सकेंगे. इसके बाद हम पराली जलाने वाले और सड़क पर होने वाले प्रदूषण को लेकर भी सरकार को सलाह दे सकेंगे.
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रिमोट सेंसिंग के जरिए निगरानी
पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि अब तक सारा काम मैनुअल तरीके से हो रहा था. जिसमें काफी समय लग रहा था. सही तरीके से निगरानी भी नहीं हो पा रही थी. लेकिन अब यूएनडीपी के लोगों से हम रिमोट सेंसिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए तमाम ईंट-भट्ठों की निगरानी करेंगे कि उन्होंने सरकार के निर्देश के मुताबिक स्वच्छतर तकनीक में परिवर्तन किया है या नहीं. और गड़बड़ी करने वालों पर इसके जरिए हम कारगर कदम उठा सकेंगे.