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Darbhanga AIIMS: तेजस्वी ने मनसुख मंडाविया को फिर लिखा पत्र, पूछा- 'निर्माण पर निर्णय क्यों नहीं ले रही केंद्र सरकार?' - Tejashwi Yadav

दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने है. केंद्र सरकार जहां बिहार सरकार पर जमीन को लेकर आरोप लगा रही है, वहीं राज्य सरकार केंद्र की मंशा पर सवाल उठा रहा है. इस बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने दोबारा से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को इस बारे में पत्र लिखा है.

तेजस्वी यादव ने मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा
तेजस्वी यादव ने मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा
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Published : Aug 20, 2023, 5:22 PM IST

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने दरभंगा एम्स को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को खत लिखा है. पत्र के जरिये उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है लेकिन पता नहीं केंद्र सरकार स्थल स्वीकृति पर निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है?

ये भी पढ़ें: Darbhanga AIIMS पर आया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का जवाब, लिखा- 'तेजस्वी जी, हमारी नीयत साफ है..'

तेजस्वी यादव ने मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा: तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर पत्र साझा करते हुए कैप्शन में लिखा, "केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मांडविया जी को दरभंगा एम्स के संदर्भ में सकारात्मक निर्णय लेने की अपेक्षा के साथ पुन: पत्र लिखा है. बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है लेकिन पता नहीं केंद्र सरकार स्थल स्वीकृति पर निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है? सनद रहे, आदरणीय प्रधानमंत्री जी अपने भाषणों में दरभंगा में एम्स खुलवा भी चुके है.'

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मांडविया जी को दरभंगा एम्स के संदर्भ में सकारात्मक निर्णय लेने की अपेक्षा के साथ पुन: पत्र लिखा है।

    बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है लेकिन पता नहीं केंद्र सरकार स्थल स्वीकृति पर निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है?… https://t.co/pAVFF7mvRv pic.twitter.com/CWWWIGeddn

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

तेजस्वी ने पत्र में क्या लिखा?: डिप्टी सीएम ने लिखा कि दरभंगा एम्स के लिए चिह्नित स्थल इस्ट-वेस्ट कोरिडोर से महज 3 किलोमीटर पर और आमस-दरभंगा फोन लेन सड़क से मात्र 5 किलीमीटर की दूरी पर है. यह दरभंगा एयरपोर्ट से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है. ऐसे में मरीजों के लिए यहां पहुंचना आसान होगा.

दरभंगा में एम्स निर्माण से उच्चस्तरीय इलाज होगा: तेजस्वी ने आगे लिखा कि चयनित जगह पर एम्स बनने से न केवल दरभंगा शहर डेवलप होगा, बल्कि नए इलाके के विकास का रास्ता भी आसान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स से उत्तर बिहार, मिथिलांचल के साथ नेपाल के लोगों को भी बेहतर इलाज मिल सकेगा. इसके साथ ही तेजस्वी ने लिखा कि डीएमसीएच और एम्स दोनों संस्थान के अलग-अलग बनने से दोनों हॉस्पिटल विशेषज्ञ अस्पताल के रूप में डेवलप होंगे.

जमीन को लेकर क्यों है तकरार?: दरअसल, दरभंगा के शोभन बायपास के पास 151 एकड़ जमीन एम्स निर्माण के लिए बिहार सरकार ने आवंटित की है. पहले एम्स का निर्माण दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैंपस वाली जमीन पर ही होना था लेकिन बाद में राज्य सरकार ने शोभन बायपास के पास जमीन अलॉट कर दी. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जमीन की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में बताया कि आवंटित जमीन नो मैंस लैंड है, वहां निर्माण कार्य नहीं हो सकता.

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने दरभंगा एम्स को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को खत लिखा है. पत्र के जरिये उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है लेकिन पता नहीं केंद्र सरकार स्थल स्वीकृति पर निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है?

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तेजस्वी यादव ने मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा: तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर पत्र साझा करते हुए कैप्शन में लिखा, "केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मांडविया जी को दरभंगा एम्स के संदर्भ में सकारात्मक निर्णय लेने की अपेक्षा के साथ पुन: पत्र लिखा है. बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है लेकिन पता नहीं केंद्र सरकार स्थल स्वीकृति पर निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है? सनद रहे, आदरणीय प्रधानमंत्री जी अपने भाषणों में दरभंगा में एम्स खुलवा भी चुके है.'

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मांडविया जी को दरभंगा एम्स के संदर्भ में सकारात्मक निर्णय लेने की अपेक्षा के साथ पुन: पत्र लिखा है।

    बिहार सरकार ने निःशुल्क 151 एकड़ भूमि केंद्र सरकार को हस्तांतरित की है लेकिन पता नहीं केंद्र सरकार स्थल स्वीकृति पर निर्णय क्यों नहीं ले पा रही है?… https://t.co/pAVFF7mvRv pic.twitter.com/CWWWIGeddn

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

तेजस्वी ने पत्र में क्या लिखा?: डिप्टी सीएम ने लिखा कि दरभंगा एम्स के लिए चिह्नित स्थल इस्ट-वेस्ट कोरिडोर से महज 3 किलोमीटर पर और आमस-दरभंगा फोन लेन सड़क से मात्र 5 किलीमीटर की दूरी पर है. यह दरभंगा एयरपोर्ट से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है. ऐसे में मरीजों के लिए यहां पहुंचना आसान होगा.

दरभंगा में एम्स निर्माण से उच्चस्तरीय इलाज होगा: तेजस्वी ने आगे लिखा कि चयनित जगह पर एम्स बनने से न केवल दरभंगा शहर डेवलप होगा, बल्कि नए इलाके के विकास का रास्ता भी आसान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स से उत्तर बिहार, मिथिलांचल के साथ नेपाल के लोगों को भी बेहतर इलाज मिल सकेगा. इसके साथ ही तेजस्वी ने लिखा कि डीएमसीएच और एम्स दोनों संस्थान के अलग-अलग बनने से दोनों हॉस्पिटल विशेषज्ञ अस्पताल के रूप में डेवलप होंगे.

जमीन को लेकर क्यों है तकरार?: दरअसल, दरभंगा के शोभन बायपास के पास 151 एकड़ जमीन एम्स निर्माण के लिए बिहार सरकार ने आवंटित की है. पहले एम्स का निर्माण दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैंपस वाली जमीन पर ही होना था लेकिन बाद में राज्य सरकार ने शोभन बायपास के पास जमीन अलॉट कर दी. केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जमीन की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में बताया कि आवंटित जमीन नो मैंस लैंड है, वहां निर्माण कार्य नहीं हो सकता.

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