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बंगाल के हिंदीभाषी क्षेत्रों में तेजस्वी पर है टीएमसी का दारोमदार, क्या रंग लाएगा तेजस्वी का प्रचार - Tejaswi yadav election campaign

बंगाल में तेजस्वी को एक गंभीर जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें बंगाल के हिंदीभाषी क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करना है. बंगाल में चौथे और पांचवे चरण में कुछ ऐसे ही इलाकों में चुनाव होने हैं. बता दें कि इस बार के बंगाल चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है. वहीं पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह लगातार चुनावी रैलियों से भाजपी की जीत का दावा ठोक रहे हैं.

तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
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Published : Apr 5, 2021, 9:50 PM IST

Updated : Apr 6, 2021, 12:06 AM IST

पटनाः बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा दांव पर है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह लगातार भाजपा के चुनावी कैंपेन के जरिए टीएमसी के सत्ता से बाहर होने का दावा कर रहे हैं. बंगाल में 3 चरणों के चुनाव के बाद चौथे और पांचवें चरण में बंगाल और बिहार की सीमा से लगे हिंदी भाषी इलाकों में तृणमूल कांग्रेस के मतदाताओं को लुभाने की जिम्मेदारी तेजस्वी यादव को दी गई है.

विनोद शर्मा, भाजपा नेता
विनोद शर्मा, भाजपा नेता

चुनाव प्रचार भले ही बंगाल में हो रहा हो लेकिन बिहार की सियासत में तेजस्वी के चुनाव प्रचार को लेकर खासी उत्सुकता और सरगर्मी है. क्या हिंदी भाषी इलाकों में तेजस्वी इंपैक्ट काम आएगा.

यह भी पढ़ें- मुखिया जी का 'रुपये' के लिए खेल! अगल-बगल खेत... नहर पर सड़क... कीमत 'HIGH'

बिना शर्त दिया है समर्थन
बंगाल में चौथे पांचवे चरण में जिन इलाकों में चुनाव होने हैं, उनमें से कई हिंदी भाषी बहुल इलाके हैं. वहां बड़ी संख्या में बिहार और यूपी के लोग रहते हैं. बंगाल बिहार की सीमा पर बसे इन इलाकों को चिकन नेक भी कहते हैं. राष्ट्रीय जनता दल भले ही बंगाल चुनाव में खुद चुनाव नहीं लड़ रही लेकिन ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को राजद ने बिना शर्त समर्थन दिया है.

श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद
श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद

अलग-अलग जगहों पर होगी चुनावी सभा
4 अप्रैल को तेजस्वी यादव ने कोलकाता के खिदिरपुर में एक चुनावी सभा को सबोधित किया था. उसके बाद लगातार भिन्न-भिन्न इलाकों में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. राजद नेताओं का मानना है कि तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को अपने-अपने इलाकों में चुनाव प्रचार के लिए बुला रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

बंगाल में फिर बनेगी ममता बनर्जी की सरकार
'एक बार फिर ममता बनर्जी की सरकार बंगाल में बनने वाली है. तेजस्वी यादव की डिमांड सिर्फ बिहार यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में है. हर जगह लोग चाहते हैं कि तेजस्वी यादव आएं और वहां उनकी चुनावी सभा हो. क्योंकि वह युवाओं के आइकॉन हैं.' -श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद

तृणमूल का इस बार सफाया तय
'ममता बनर्जी चाहे लाख कोशिश कर लें, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का सफाया तय है. तेजस्वी यादव बिहार में तो कुछ कर नहीं पाए. बंगाल में क्या कर लेंगे. उनके कहीं आने-जाने से कहीं कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. बंगाल में भाजपा की सरकार तय है.' -विनोद शर्मा, भाजपा नेता

तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

हिंदी बहुल इलाकों में तेजस्वी से होगा फायदा
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में 10 अप्रैल को जिन इलाकों में वोट डाले जाएंगे, उनमें प्रमुख तौर पर हावड़ा, साउथ 24 परगना, हुगली, अलीपुरद्वार और कूचबिहार शामिल हैं. इनके अलावा पांचवें चरण में 17 अप्रैल को नादिया, वर्धमान और जलपाईगुड़ी में वोटिंग होनी है.

ये कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां बड़ी संख्या में बिहार और यूपी के लोग रहते हैं. इसके अलावा छठे और सातवें चरण में भी कुछ हिंदी बहुल इलाकों में वोटिंग होगी. माना जा रहा है कि इन इलाकों में तेजस्वी यादव की लोकप्रियता का फायदा तृणमूल कांग्रेस को हो सकता है.

यह भी पढ़ें- पटना में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अस्पतालों में बढ़ाई जा रही बेड की संख्या

यह भी पढ़ें- बिहार में शिक्षण संस्थान बंद, सड़क पर छात्र, सासाराम में तोड़फोड़, आगजनी और बवाल

यह भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर में खुलेगा मेगा फूड पार्क, 5000 लोगों को मिलेगा रोजगार- शाहनवाज हुसैन

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विनोद शर्मा, भाजपा नेता
विनोद शर्मा, भाजपा नेता

चुनाव प्रचार भले ही बंगाल में हो रहा हो लेकिन बिहार की सियासत में तेजस्वी के चुनाव प्रचार को लेकर खासी उत्सुकता और सरगर्मी है. क्या हिंदी भाषी इलाकों में तेजस्वी इंपैक्ट काम आएगा.

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बिना शर्त दिया है समर्थन
बंगाल में चौथे पांचवे चरण में जिन इलाकों में चुनाव होने हैं, उनमें से कई हिंदी भाषी बहुल इलाके हैं. वहां बड़ी संख्या में बिहार और यूपी के लोग रहते हैं. बंगाल बिहार की सीमा पर बसे इन इलाकों को चिकन नेक भी कहते हैं. राष्ट्रीय जनता दल भले ही बंगाल चुनाव में खुद चुनाव नहीं लड़ रही लेकिन ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को राजद ने बिना शर्त समर्थन दिया है.

श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद
श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद

अलग-अलग जगहों पर होगी चुनावी सभा
4 अप्रैल को तेजस्वी यादव ने कोलकाता के खिदिरपुर में एक चुनावी सभा को सबोधित किया था. उसके बाद लगातार भिन्न-भिन्न इलाकों में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. राजद नेताओं का मानना है कि तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को अपने-अपने इलाकों में चुनाव प्रचार के लिए बुला रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

बंगाल में फिर बनेगी ममता बनर्जी की सरकार
'एक बार फिर ममता बनर्जी की सरकार बंगाल में बनने वाली है. तेजस्वी यादव की डिमांड सिर्फ बिहार यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में है. हर जगह लोग चाहते हैं कि तेजस्वी यादव आएं और वहां उनकी चुनावी सभा हो. क्योंकि वह युवाओं के आइकॉन हैं.' -श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, राजद

तृणमूल का इस बार सफाया तय
'ममता बनर्जी चाहे लाख कोशिश कर लें, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का सफाया तय है. तेजस्वी यादव बिहार में तो कुछ कर नहीं पाए. बंगाल में क्या कर लेंगे. उनके कहीं आने-जाने से कहीं कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. बंगाल में भाजपा की सरकार तय है.' -विनोद शर्मा, भाजपा नेता

तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

हिंदी बहुल इलाकों में तेजस्वी से होगा फायदा
पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में 10 अप्रैल को जिन इलाकों में वोट डाले जाएंगे, उनमें प्रमुख तौर पर हावड़ा, साउथ 24 परगना, हुगली, अलीपुरद्वार और कूचबिहार शामिल हैं. इनके अलावा पांचवें चरण में 17 अप्रैल को नादिया, वर्धमान और जलपाईगुड़ी में वोटिंग होनी है.

ये कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां बड़ी संख्या में बिहार और यूपी के लोग रहते हैं. इसके अलावा छठे और सातवें चरण में भी कुछ हिंदी बहुल इलाकों में वोटिंग होगी. माना जा रहा है कि इन इलाकों में तेजस्वी यादव की लोकप्रियता का फायदा तृणमूल कांग्रेस को हो सकता है.

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Last Updated : Apr 6, 2021, 12:06 AM IST
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