पटना: बिहार के 2.5 लाख NIOS DELED अभ्यर्थियों की मान्यता रद्द करने के फैसले को लेकर तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर नीतीश सरकार को फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है.
संघर्ष की होगी जीत- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश सरकार को बिहार के 2.5 लाख NIOS DELED अभ्यर्थियों की मान्यता रद्द करने के फैसले पर हठधर्मिता त्याग कर पुनर्विचार करना चाहिए. वहीं, उन्होंने कहा कि गर्दनीबाग में आमरण अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों को राष्ट्रीय जनता दल का पूरा समर्थन है. आपके संघर्ष की जीत होगी.
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बिहार के 2.5 लाख #NIOSDELED अभ्यर्थियों की मान्यता रद्द करने के फैसले पर बिहार सरकार हठधर्मिता त्याग पुनर्विचार करे।गर्दनीबाग में आमरण अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों को राष्ट्रीय जनता दल का पूरा समर्थन है। आपके संघर्ष की जीत होगी।
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 26, 2019
शिक्षक नियोजन में नहीं होंगे शामिल- NIOS DELED अभ्यर्थी
कुछ महिनों पहले बिहार सरकार को एनसीटीई का पत्र प्राप्त हुआ था,जिसमें यह कहा गया है कि यह कोर्स 10 अगस्त 2017 से पहले शिक्षक बने लोगों के लिए था. नई बहाली में 24 महीने के कोर्स के नियम को सख्ती से लागू करना चाहिए. सूत्रों के मुताबिक शिक्षा विभाग ने इसकी पुष्टि की है कि एनआईओएस डीएलएड करने वाले शिक्षक नियोजन में शामिल नहीं होंगे.
बता दें कि बिहार से करीब 2.5 लाख से ज्यादा शिक्षकों ने एनआईओएस से ऑनलाइन डीएलएड का कोर्स पूरा किया है और यह सभी बिहार शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए तैयार थे.
31 मार्च अंतिम तिथि...
साल 2017 में केंद्र सरकार ने यह नियम बनाया था कि देश में कोई भी शिक्षक प्रशिक्षित नहीं रहेगा. इस नियम के मुताबिक 31 मार्च 2019 तक सभी इन सर्विस टीचर्स को प्रशिक्षित हो जाना था. इसके तहत केंद्र सरकार ने एनआईओएस को ऐसे सभी शिक्षकों के लिए डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन का कोर्स कराने की जिम्मेदारी सौंपी. जिसे 31 मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था.