दरभंगा : क्राइम कंट्रोल के लिए 'बिहार में योगी मॉडल' (Crime Control In Bihar) की चर्चा क्या हुई बीजेपी के केवटी विधायक (BJP MLA Murari Mohan Jha) ने थाने को ना सिर्फ हाईजैक कर लिया बल्कि केवटी थानेदार की थाने के अंदर ही क्लास लगा दी. विधायक जी अपने समर्थक की पिटाई से बिदके हुए थे. शिकायत मिली दो सीधे थाने पहुंचे और थानेदार को खरी खोटी सुनाने लगे. इस दौरान MLA मुरारी मोहन झा थानेदार से स्टेशन डायरी की मांग करते रहे. लेकिन थानेदार ने कह दिया कि ये आम पब्लिक डोमेन की चीज़ नहीं है. विधायक ने थाने की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए तो थानेदार की सिट्टी पिट्टी गुम थी. उनके समर्थक नेताजी का ये रूप देखकर खूब उत्साहित हो रहे थे. जब किसी ने पुलिस डायरी नहीं दिखाई तो मामला 'माफी मांगने' की तरफ घूम गया. विधायक मुरारी मोहन झा ने शर्त रख दी कि दारोगा जी अगर अपने किये पर माफी मांगते हैं तो मामला यहीं रफा दफा हो जाएगा. थानेदार ने भी मामले को तूल ना देकर उसने पीड़ित युवक से माफी मांग ली.
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वायरल वीडियो से उठे सवाल: दरअसल, ये पूरा मामला 27 मार्च का है. अब जब ये वीडियो वायरल हुआ तो पूरी कहानी लोगों के सामने आ गई. विधायक की दबंगई ऐसी थी कि उसी थाने में थानेदार की कुर्सी पर बैठकर ऑन ड्यूटी SHO की लताड़ लगा रहे थे. उनके समर्थक ये सब देखकर ताली पीट रहे थे. लेकिन जैसे ही वीडियो वायरल हुआ तो थानेदार की कार्यप्रणाली के साथ साथ विधायक के तरीके पर लोगों ने सवाल उठाए. वरिष्ठ अफसरों से शिकायत ना करके विधायक मुरारी मोहन झा खुद ही जज बन गए. अपने समर्थकों के साथ थाने में घुस गए. थानेदार की कुर्सी तक हथिया ली. बीजेपी विधायक ने खाकी को अपनी खादी का पावर दिखाया. थाने में ही सर्किल इंस्पेक्टर को बुलवाया. थाना मैनेजर की हाजिरी लगवाई. इन सबकी मौजूदगी में समझौते का फरमान सुनाया.
तेजस्वी यादव ने नीतीश को घेरा: बीजेपी विधायक मुरारी मोहन झा के इस दबंगई वाले वीडियो को अब बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने ट्वीट कर कर नीतीश कुमार सरकार पर करारा हमला किया है. तेजस्वी ने इस वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार से सवाल पूछा है कि क्या उन्हें बीजेपी विधायक का इस तरीके से पुलिस के काम में हस्तक्षेप करना पसंद है?
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह हस्तक्षेप पसंद है।
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भाजपा विधायक दबंगई से थानेदार की कुर्सी पर बैठकर मुख्यमंत्री के अधीन गृह विभाग के कारनामों, माफियाओं एवं अपराधियों से साँठगाँठ का हिस्सा व हिसाब लेने के लिए केस डायरी की माँग करने लगे।
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 2, 2022
भाजपा विधायक दबंगई से थानेदार की कुर्सी पर बैठकर मुख्यमंत्री के अधीन गृह विभाग के कारनामों, माफियाओं एवं अपराधियों से साँठगाँठ का हिस्सा व हिसाब लेने के लिए केस डायरी की माँग करने लगे।
बिहार में NDA का सरकार नहीं सर्कस चल रहा है। pic.twitter.com/de5KPhcsuMमुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह हस्तक्षेप पसंद है।
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भाजपा विधायक दबंगई से थानेदार की कुर्सी पर बैठकर मुख्यमंत्री के अधीन गृह विभाग के कारनामों, माफियाओं एवं अपराधियों से साँठगाँठ का हिस्सा व हिसाब लेने के लिए केस डायरी की माँग करने लगे।
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'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह हस्तक्षेप पसंद है. भाजपा विधायक दबंगई से थानेदार की कुर्सी पर बैठकर मुख्यमंत्री के अधीन गृह विभाग के कारनामों, माफियाओं एवं अपराधियों से साँठगाँठ का हिस्सा व हिसाब लेने के लिए केस डायरी की माँग करने लगे. बिहार में NDA का सरकार नहीं सर्कस चल रहा है.'- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार
इस बात पर थाने में लगी थी एमएलए की कचहरी: बता दें कि, केवटी सीएचसी में बहन का इलाज करवाने आये राजीव सहनी की डॉक्टर से बहस हो गयी. पुलिस युवक थाने लेकर आई. उसे खोजते हुए उसका भाई भी थाने पर पहुंचा तो उसे भी थाने पर रोक लिया गया. आरोप है कि वहां पर थाना प्रभारी शिव कुमार यादव ने युवक से मारपीट की और सादे कागज पर जबरल साइन करवा लिया गया. विधायक तक जब ये शिकायत पहुंची तो एमएलए खुद अपने समर्थकों के साथ केवटी थाने पहुंचे. उन्होंने थानेदार को बुलाकर केस डायरी मांगी और पूछने लगे कोई कांड होने पर केस दर्ज होता है कि नहीं?
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