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'तेजस्वी के लिए बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह से ज्यादा जरूरी चुनाव प्रचार'

बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह से तेजस्वी यादव के नदारद रहने पर सवाल उठाए जा रहे हैं. माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि वे चुनाव प्रचार में गए हुए हैं. चुनाव प्रचार भी जरूरी है. वहीं इस पर सत्ता पक्ष हमलावर है. पढ़ें पूरी खबर..

Bihar Vidhan Sabha Centenary Celebrations
Bihar Vidhan Sabha Centenary Celebrations
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Published : Oct 21, 2021, 12:51 PM IST

Updated : Oct 21, 2021, 1:01 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह (Bihar Vidhan Sabha Centenary Celebrations) में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के नहीं आने को लेकर सियासी बयानबाजी हो रही है. माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार में शायद गए हुए हैं. अगर आज का दिन एतिहासिक है तो चुनाव भी एतिहासिक है. किसी पार्टी के प्रमुख को लगा कि हमें प्रचार में रहना चाहिए तो रह सकते हैं. वहीं पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए ऐसे कार्यक्रम का कोई महत्व नहीं है.

यह भी पढ़ें- विधानसभा शताब्दी समारोह: बड़े मौकों पर गायब रहना तेजस्वी की रही है आदत- JDU

तेजस्वी यादव ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि प्रचार में व्यस्त होने के कारण वे शताब्दी समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे. जिसके बाद सत्ता पक्ष ने तेजस्वी के फैसले पर निशाना साधा है. सम्राट चौधरी ने कहा कि वे इस तरह के कार्यक्रम में नहीं आते हैं. बाढ़, आपदा कुछ भी आए वे कभी नहीं आते हैं. आज महामहिम राष्ट्रपति आ रहे हैं, ये सभी जानते हैं और तेजस्वी को आना नहीं है, ये भी सभी पहले से ही जानते हैं.

देखें वीडियो

यह भी पढ़ें- पटना में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, सुरक्षा के मद्देनजर राजधानी के इन रास्तों पर है 'नो एंट्री'

"कोई कार्यक्रम में तेजस्वी नहीं आते हैं. बाढ़ आती है तो नहीं आते हैं,आपदा आने पर भी नहीं आते हैं. कहा जा सकता है कि आज विधानसभा का जो विशेष सत्र है, महामहिम राष्ट्रपति आए हुए हैं, लेकिन तेजस्वी को आना नहीं है ये तो पहले से सब जानते थे."- सम्राट चौधरी, पंचायती राज मंत्री, बिहार

यह भी पढ़ें- तेजस्वी यादव भी बनें ऐतिहासिक पल का गवाह: डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी

"दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के रुप में विधानसभा जाना जाता है. लेकिन पिछले 1 साल में इस विधानसभा का जो अनुभव रहा है,जिस तरह से विधायकों पर हमले हुए हैं. जबरदस्ती विधायकों को पीटकर बाहर निकालकर सरकार द्वारा बिल पास करवाया गया, वह लोकतंत्र की गरिमा पर कलंक है. चुनाव प्रचार में जाने के कारण कार्यक्रम में तेजस्वी यादव नहीं आ सके."- संदीप सौरभ, माले विधायक

यह भी पढ़ें- RJD ने बड़ी संख्या में JDU कार्यकर्ताओं के साथ आने का किया दावा, तो बोली BJP- जीत तो NDA की ही होगी

दरअसल शताब्दी वर्ष समारोह के कार्यक्रम में आरजेडी के विधायकों की उपस्थिति भी काफी कम देखने को मिल रही है. अधिकांश विधायकों को उपचुनाव के प्रचार में लगाया गया है. हालांकि विधानसभा की ओर से सभी विधायकों को निमंत्रण दिया गया है. तेजस्वी यादव के नहीं आने की घोषणा से फिलहाल सत्ताधारी दल को हमला करने का मौका मिल गया है.

बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार के तीन दिनों के दौरे पर हैं. करीब 46 घंटे पटना में रहेंगे. उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह को संबोधित करना है. राष्ट्रपति कोविंद का बिहार से गहरा रिश्ता है. राष्ट्रपति बनने के पहले वे करीब दो वर्षों तक बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं.

बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन किया गया है. इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हुए हैं. समारोह में तमाम नए पुराने सदस्यों को बुलाया गया है. लेकिन इस महत्वपूर्ण मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद नहीं हैं. नेता प्रतिपक्ष के चुनाव प्रचार के कार्यक्रम की जो समय सारिणी जारी की गई है. उससे यह तय हो गया है कि 21 अक्टूबर को होने वाले समारोह के मुख्य आयोजन में नेता प्रतिपक्ष मौजूद नहीं रहेंगे. वे दरभंगा में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं. तेजस्वी यादव 21 से 23 अक्टूबर तक दरभंगा से कुशेश्वरस्थान में चुनाव प्रचार के लिए कैंप करेंगे.

पटना: बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह (Bihar Vidhan Sabha Centenary Celebrations) में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के नहीं आने को लेकर सियासी बयानबाजी हो रही है. माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार में शायद गए हुए हैं. अगर आज का दिन एतिहासिक है तो चुनाव भी एतिहासिक है. किसी पार्टी के प्रमुख को लगा कि हमें प्रचार में रहना चाहिए तो रह सकते हैं. वहीं पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए ऐसे कार्यक्रम का कोई महत्व नहीं है.

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तेजस्वी यादव ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि प्रचार में व्यस्त होने के कारण वे शताब्दी समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे. जिसके बाद सत्ता पक्ष ने तेजस्वी के फैसले पर निशाना साधा है. सम्राट चौधरी ने कहा कि वे इस तरह के कार्यक्रम में नहीं आते हैं. बाढ़, आपदा कुछ भी आए वे कभी नहीं आते हैं. आज महामहिम राष्ट्रपति आ रहे हैं, ये सभी जानते हैं और तेजस्वी को आना नहीं है, ये भी सभी पहले से ही जानते हैं.

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"कोई कार्यक्रम में तेजस्वी नहीं आते हैं. बाढ़ आती है तो नहीं आते हैं,आपदा आने पर भी नहीं आते हैं. कहा जा सकता है कि आज विधानसभा का जो विशेष सत्र है, महामहिम राष्ट्रपति आए हुए हैं, लेकिन तेजस्वी को आना नहीं है ये तो पहले से सब जानते थे."- सम्राट चौधरी, पंचायती राज मंत्री, बिहार

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"दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के रुप में विधानसभा जाना जाता है. लेकिन पिछले 1 साल में इस विधानसभा का जो अनुभव रहा है,जिस तरह से विधायकों पर हमले हुए हैं. जबरदस्ती विधायकों को पीटकर बाहर निकालकर सरकार द्वारा बिल पास करवाया गया, वह लोकतंत्र की गरिमा पर कलंक है. चुनाव प्रचार में जाने के कारण कार्यक्रम में तेजस्वी यादव नहीं आ सके."- संदीप सौरभ, माले विधायक

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दरअसल शताब्दी वर्ष समारोह के कार्यक्रम में आरजेडी के विधायकों की उपस्थिति भी काफी कम देखने को मिल रही है. अधिकांश विधायकों को उपचुनाव के प्रचार में लगाया गया है. हालांकि विधानसभा की ओर से सभी विधायकों को निमंत्रण दिया गया है. तेजस्वी यादव के नहीं आने की घोषणा से फिलहाल सत्ताधारी दल को हमला करने का मौका मिल गया है.

बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार के तीन दिनों के दौरे पर हैं. करीब 46 घंटे पटना में रहेंगे. उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह को संबोधित करना है. राष्ट्रपति कोविंद का बिहार से गहरा रिश्ता है. राष्ट्रपति बनने के पहले वे करीब दो वर्षों तक बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं.

बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरा होने पर शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन किया गया है. इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हुए हैं. समारोह में तमाम नए पुराने सदस्यों को बुलाया गया है. लेकिन इस महत्वपूर्ण मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मौजूद नहीं हैं. नेता प्रतिपक्ष के चुनाव प्रचार के कार्यक्रम की जो समय सारिणी जारी की गई है. उससे यह तय हो गया है कि 21 अक्टूबर को होने वाले समारोह के मुख्य आयोजन में नेता प्रतिपक्ष मौजूद नहीं रहेंगे. वे दरभंगा में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं. तेजस्वी यादव 21 से 23 अक्टूबर तक दरभंगा से कुशेश्वरस्थान में चुनाव प्रचार के लिए कैंप करेंगे.

Last Updated : Oct 21, 2021, 1:01 PM IST
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