पटना: शिक्षक नियोजन को पूरा करने की मांग को लेकर गर्दनीबाग में धरना दे रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को कल पुलिस ने लाठीचार्ज कर हटा दिया था. अब प्रदर्शनकारी शिक्षक राजधानी के इको पार्क में जुटे हैं और बैठक कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने शिक्षक अभ्यर्थियों से इको पार्क में मुलाकात की. इसके बाद वे अभ्यर्थियों के साथ गर्दनीबाग धरना स्थल के लिए रवाना हो गए है.
ईको पार्क में तेजस्वी
ईको पार्क में तेजस्वी यादव ने आंदोलनकारियों को संबोधित करना शुरू कर दिया. तेजस्वी ने राज्य सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार मिला है. लेकिन नीतीश सरकार लाठी-गोली चलवा रही है. तेजस्वी ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों और नियोजित शिक्षकों को इसका दंड दिया जा रहा है कि उन लोगों ने आरजेडी को वोट दिया था.
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बात की. हालांकि, वे समझ नहीं पाये थे कि उनकी बात किससे हो रही है. फिर सैकड़ों लोगों के बीच खड़े तेजस्वी यादव को जोर देकर बताना पड़ा कि वे कौन बोल रहे हैं.
शिक्षक नियोजन पर हाईवोल्टेज ड्रामा
शिक्षक बहाली में देरी के खिलाफ राज्य भर के अभ्यर्थी आंदोलन पर हैं. उन्होंने पटना के गर्दनीबाग में धरना देना शुरू किया था. लेकिन मंगलवार की शाम पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया. आज यानि बुधवार को अभ्यर्थी फिर से गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे तो एक बार फिर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया. पुलिस से बचकर भागे सैकड़ो शिक्षक अभ्यर्थी पटना के ईको पार्क पहुंच गये. इसके बाद उन्होंने अपने साथ हुए मामले की जानकारी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को दी.
94 हजार पदों पर शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया
बता दें कि बिहार में करीब 94 हजार पदों पर प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन के प्रक्रिया जुलाई 2019 में शुरू हुई थी. हालांकि इसको लेकर दिसंबर 2020 में पटना हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद सरकार को नियोजन प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही गई थी लेकिन इसके बाद भी सरकार ने काउंसलिंग की तिथि अब तक जारी नहीं की है.