पटना: बिहार में युवाओं की स्थिति को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने नीतीश सरकार पर बिहार के युवाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले 15 साल में हर तरह से युवाओं की अनदेखी की गई है. उन्हें हताश, परेशान और निराश करके छोड़ दिया गया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि युवा किसी भी देश के शक्ति पुंज होते हैं. राष्ट्र या प्रान्त की शक्ति उसके युवाओं में शिक्षा, कौशल, स्वास्थ्य और मानसिकता के आधार पर निर्धारित और परिभाषित होती है. बिहार के युवा वर्ग को पिछले 15 वर्षों में जितना उपेक्षित किया गया है वह सम्भवतः किसी भी राज्य या देश में कभी नहीं किया गया होगा.
युवाओं के लिए आवश्यकता:
- उत्कृष्ट शिक्षण संस्थाएं
- रोजगार के अवसर
- स्वस्थ अर्थव्यवस्था
- सामाजिक सौहार्द व अच्छी कानून-व्यवस्था
'बिहार के स्कूलों से गायब है शिक्षा'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने युवाओं के विकास के लिए इन 4 चीजों को आवश्यक बताते हुए कहा कि ये चारों परिस्थितियां बिहार में युवाओं के प्रतिकूल हैं. प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक, सबकुछ कामचलाऊ ढर्रे पर धकेल दिया गया है. बिहार के विद्यालयों से विद्या को ही गायब कर दिया गया है. विश्वविद्यालयों में एक भी ऐसा विश्वविद्यालय नहीं रहा, जिसकी देश के सर्वश्रेष्ठ 100 संस्थानों में हो सके. कॉलेजों में सत्र का 2 से 4 साल तक के लिए पीछे चलना एकदम आम बात है.
'चरम पर बेरोजगारी'
नीतीश राज में रोजगार और नौकरियों का हवाला देते हुए तेजस्वी ने कहा कि इसका अंदाजा किसी परीक्षास्थल या बहाली के लिए ट्रेनों, रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म की खचाखच स्थिति और युवाओं के सम्बंधित शहर में लगने वाले मजमे से ही लगाया जा सकता है. एक एक सीट के हजार-हजार आवेदन आते हैं. प्रबंधन व इंजीनियरिंग के छात्र चपरासी व सफाई कर्मी की नौकरी पाने को आवेदन करते हैं. पूरी शिक्षण व्यवस्था को माफिया की तरह करने वाले निजी स्कूलों व संस्थानों की दया पर छोड़ दिया गया है.
'बिहार में ठप है कानून व्यवस्था'
तेजस्वी यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था की क्या स्थिति है वह किसी से छुपी नहीं है. अधिकतर मामलों को दर्ज नहीं किए जाने और मीडिया की सरकार द्वारा एडिटिंग के बावजूद अपराध के आंकड़े आसमान छू रहे हैं. ऐसी स्थिति में युवा पूरी सकारात्मकता व एकाग्रता से अपने भविष्य को संवारने की ओर कैसे बढ़ सकता है? तेजस्वी यादव ने कहा है कि युवाओं के नकारात्मक, हताश होने या गलत मार्ग पकड़ने की पूरी संभावना है.