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तेज प्रताप का 'खेला'! ...तारापुर सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के लिए करेंगे प्रचार - ईटीवी भारत

लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप बागी हो गए हैं. उन्होंने अब अपनी ही पार्टी के खिलाफ उम्मीदवार मैदान में उतार दिया है. तेज प्रताप यादव के समर्थन से छात्र जनशक्ति परिषद के नेता संजय कुमार के मैदान में उतरने से आरजेडी की मुश्किलें रणनीतिक तौर पर भी बढ़ गई हैं. पढ़ें पूरी खबर..

Tej Pratap yadav
Tej Pratap yadav
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Published : Oct 9, 2021, 1:15 PM IST

Updated : Oct 9, 2021, 2:31 PM IST

पटना: बिहार में दो विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव (By election) को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) द्वारा स्टार प्रचारकों की सूची जारी होने के बाद पार्टी में ही विरोध के स्वर बुलंद होने लगे. लालू यादव (Lalu Yayad) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की बगावत और तेज हो गई है.

इसे भी पढ़ें: RJD के सामने तेज प्रताप ने उतारा उम्मीदवार, छात्र जनशक्ति परिषद के नेता निर्दलीय देंगे टक्कर

तेज प्रताप यादव ने बिहार उपचुनाव में तारापुर सीट पर छात्र जनशक्ति परिषद के मुंगेर प्रमंडल के अध्यक्ष संजय कुमार को निर्दलीय उतार दिया है. शुक्रवार को तारापुर विधानसभा के असरगंज माछिडीह के रहने वाले राजद के पूर्व नेता और पूर्व में कांग्रेस से तारापुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय कुमार ने अनुमंडल कार्यालय परिसर में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन का पर्चा दाखिल किया है.

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नामांकन का पर्चा दाखिल करने के बाद छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार संजय कुमार ने ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने कहा कि 'मैं छात्र जनशक्ति परिषद का प्रमंडलीय पदाधिकारी हूं. हमारे नेता तेजप्रताप के निर्देश पर मैंने यहां नामांकन पर्चा दाखिल किया है. निर्दलीय प्रत्याशी जरूर हूं. लेकिन छात्र जनशक्ति परिषद की शक्ति हमारे साथ है.'

इसे भी पढ़ें: कुशेश्वरस्थान उपचुनाव: दांव पर JDU की प्रतिष्ठा, RJD-कांग्रेस में भी ठनी

''छात्र जनशक्ति परिषद का ही मैं उम्मीदवार हूं. पार्टी को अभी मान्यता नहीं मिली है, इसलिए मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में नामांकन पर्चा भरा है. हमारे चुनाव प्रचार के लिए छात्र जनशक्ति परिषद के हमारे नेता तेजप्रताप यादव तारापुर आएंगे. आनेवाले दिनों में यहां आकर जनता के बीच हमारे लिए वोट भी मांगेंगे.'' - संजय कुमार, निर्दलीय उम्मीदवार

यहां आपको बता दें कि छात्र जनशक्ति परिषद को चुनाव आयोग से मान्यता नहीं मिली है, ऐसे में सिंबल पर उम्मीदवार खड़ा नहीं हो सकते, इसलिए संजय कुमार ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप पर्चा भरा है. बता दें कि तारापुर सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार के खिलाफ कांग्रेस ने भी कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार कर खड़ा किया है जो सीधे तौर पर आरजेडी के लिए चुनौती है.

इसे भी पढ़ें: तेजप्रताप IN या OUT! तेजस्वी से लेकर तमाम नेता जवाब देने से क्यों काट रहे कन्नी?

तारापुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय कुमार यादव जाति से हैं. तारापुर कुशवाहा बहुल इलाका है. यहां दूसरे नंबर पर यादव मतदाता हैं. तेजप्रताप के उम्मीदवार संजय कुमार भी यादव हैं, और यहां से पहले भी दो बार चुनाव लड़ चुके हैं. अगर तेजप्रताप को मुसलमान और दूसरी जाति का वोट मिल जाता है, तो एक नया समीकरण बन सकता है. ऐसे में आरजेडी के लिए तेजप्रताप ने टेंशन बढ़ाने का काम किया है.

इधर तेजप्रताप के कांग्रेस के साथ जाने की भी चर्चा हो रही है. तेजप्रताप ने गुरुवार को कांग्रेस नेता डॉ. अशोक राम से मुलाकात की थी. कुशेश्वरस्थान सीट पर अशोक राम के पुत्र अतिरेक कुमार कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. उनका मुकाबला आरजेडी के गणेश भारती से है. यहां से जेडीयू के अमन हजारी भी मैदान में हैं. हालांकि चर्चा ये भी है कि तेजप्रताप कांग्रेस के लिए प्रचार भी करेंगे.

इसे भी पढ़ें: 'सिर्फ एक सीट के लिए विचारधारा से समझौता कर RJD ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ा'

इससे पहले, आरजेडी के नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने स्टार प्रचारकों की सूची से अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बहन व सांसद मीसा भारती के नाम नहीं होने से भड़क गए हैं. हालांकि इस सूची में तेजप्रताप यादव का भी नाम नहीं है.

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजप्रताप ने शुक्रवार को पार्टी द्वारा स्टार प्रचारकों की सूची को अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए ट्वीट कर लिखा, 'ऐ ओरे देख ले मुंह तेरा काला हो गया, मां ने आंखें खोल दीं घर में उजाला हो गया.'

''मेरा नाम रहता ना रहता मां (राबड़ी देवी) और दीदी (मीसा भारती) का नाम रहना चाहिए था. इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेंगी, दशहरा में हम मां की ही अराधना करते हैं ना जी." - तेजप्रताप यादव, आरजेडी नेता

इसे भी पढ़ें: तारापुर उपचुनाव: कांग्रेस उम्मीदवार का जीत का दावा, हिस्ट्री-ज्योग्राफी सब समझाया.. आप भी सुनिए

इधर, इस ट्वीट के बाद तेजप्रताप यादव को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का भी साथ मिल गया. हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि राबड़ी देवी राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं, उन्हें स्टार प्रचारक के लायक भी नहीं समझना शर्मनाक है. ऐसी तानाशाही नहीं की जानी चाहिए.

''इसके लिए राज्य की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगी. माना की तेजप्रताप और मीसा भारती से राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन राबड़ी जी के साथ ऐसा कृत्य करना शर्मनाक है.'' - दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

बता दें कि उपचुनाव को लेकर शुक्रवार को पार्टी विधायक दल की बैठक में भी तेजप्रताप उपस्थित नहीं हुए थे. दरअसल, तीन दिन पहले आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने पत्रकाारों के एक सवाल पर कहा था कि तेजप्रताप पार्टी में हैं कहां? वे खुद पार्टी से निष्कासित हो गए हैं. उन्होंने अपना संगठन बना लिया है. तिवारी के इस बयान के बाद हालांकि लालू परिवार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

पटना: बिहार में दो विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव (By election) को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) द्वारा स्टार प्रचारकों की सूची जारी होने के बाद पार्टी में ही विरोध के स्वर बुलंद होने लगे. लालू यादव (Lalu Yayad) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की बगावत और तेज हो गई है.

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तेज प्रताप यादव ने बिहार उपचुनाव में तारापुर सीट पर छात्र जनशक्ति परिषद के मुंगेर प्रमंडल के अध्यक्ष संजय कुमार को निर्दलीय उतार दिया है. शुक्रवार को तारापुर विधानसभा के असरगंज माछिडीह के रहने वाले राजद के पूर्व नेता और पूर्व में कांग्रेस से तारापुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय कुमार ने अनुमंडल कार्यालय परिसर में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन का पर्चा दाखिल किया है.

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नामांकन का पर्चा दाखिल करने के बाद छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार संजय कुमार ने ईटीवी भारत के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने कहा कि 'मैं छात्र जनशक्ति परिषद का प्रमंडलीय पदाधिकारी हूं. हमारे नेता तेजप्रताप के निर्देश पर मैंने यहां नामांकन पर्चा दाखिल किया है. निर्दलीय प्रत्याशी जरूर हूं. लेकिन छात्र जनशक्ति परिषद की शक्ति हमारे साथ है.'

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''छात्र जनशक्ति परिषद का ही मैं उम्मीदवार हूं. पार्टी को अभी मान्यता नहीं मिली है, इसलिए मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में नामांकन पर्चा भरा है. हमारे चुनाव प्रचार के लिए छात्र जनशक्ति परिषद के हमारे नेता तेजप्रताप यादव तारापुर आएंगे. आनेवाले दिनों में यहां आकर जनता के बीच हमारे लिए वोट भी मांगेंगे.'' - संजय कुमार, निर्दलीय उम्मीदवार

यहां आपको बता दें कि छात्र जनशक्ति परिषद को चुनाव आयोग से मान्यता नहीं मिली है, ऐसे में सिंबल पर उम्मीदवार खड़ा नहीं हो सकते, इसलिए संजय कुमार ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप पर्चा भरा है. बता दें कि तारापुर सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार के खिलाफ कांग्रेस ने भी कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार कर खड़ा किया है जो सीधे तौर पर आरजेडी के लिए चुनौती है.

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तारापुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय कुमार यादव जाति से हैं. तारापुर कुशवाहा बहुल इलाका है. यहां दूसरे नंबर पर यादव मतदाता हैं. तेजप्रताप के उम्मीदवार संजय कुमार भी यादव हैं, और यहां से पहले भी दो बार चुनाव लड़ चुके हैं. अगर तेजप्रताप को मुसलमान और दूसरी जाति का वोट मिल जाता है, तो एक नया समीकरण बन सकता है. ऐसे में आरजेडी के लिए तेजप्रताप ने टेंशन बढ़ाने का काम किया है.

इधर तेजप्रताप के कांग्रेस के साथ जाने की भी चर्चा हो रही है. तेजप्रताप ने गुरुवार को कांग्रेस नेता डॉ. अशोक राम से मुलाकात की थी. कुशेश्वरस्थान सीट पर अशोक राम के पुत्र अतिरेक कुमार कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. उनका मुकाबला आरजेडी के गणेश भारती से है. यहां से जेडीयू के अमन हजारी भी मैदान में हैं. हालांकि चर्चा ये भी है कि तेजप्रताप कांग्रेस के लिए प्रचार भी करेंगे.

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इससे पहले, आरजेडी के नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने स्टार प्रचारकों की सूची से अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बहन व सांसद मीसा भारती के नाम नहीं होने से भड़क गए हैं. हालांकि इस सूची में तेजप्रताप यादव का भी नाम नहीं है.

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजप्रताप ने शुक्रवार को पार्टी द्वारा स्टार प्रचारकों की सूची को अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए ट्वीट कर लिखा, 'ऐ ओरे देख ले मुंह तेरा काला हो गया, मां ने आंखें खोल दीं घर में उजाला हो गया.'

''मेरा नाम रहता ना रहता मां (राबड़ी देवी) और दीदी (मीसा भारती) का नाम रहना चाहिए था. इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेंगी, दशहरा में हम मां की ही अराधना करते हैं ना जी." - तेजप्रताप यादव, आरजेडी नेता

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इधर, इस ट्वीट के बाद तेजप्रताप यादव को हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का भी साथ मिल गया. हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि राबड़ी देवी राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं, उन्हें स्टार प्रचारक के लायक भी नहीं समझना शर्मनाक है. ऐसी तानाशाही नहीं की जानी चाहिए.

''इसके लिए राज्य की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगी. माना की तेजप्रताप और मीसा भारती से राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन राबड़ी जी के साथ ऐसा कृत्य करना शर्मनाक है.'' - दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

बता दें कि उपचुनाव को लेकर शुक्रवार को पार्टी विधायक दल की बैठक में भी तेजप्रताप उपस्थित नहीं हुए थे. दरअसल, तीन दिन पहले आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने पत्रकाारों के एक सवाल पर कहा था कि तेजप्रताप पार्टी में हैं कहां? वे खुद पार्टी से निष्कासित हो गए हैं. उन्होंने अपना संगठन बना लिया है. तिवारी के इस बयान के बाद हालांकि लालू परिवार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

Last Updated : Oct 9, 2021, 2:31 PM IST

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