पटनाः बिहार शिक्षक भर्ती को लेकर अगस्त में परीक्षा होने की संभावना है. इसके लिए दो से तीन दिनों में विज्ञापन प्रकाशित की जाएगी. इसकी जानकारी बीपीएससी के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि आयोग के पास 79943 प्राथमिक, 32916, माध्यमिक और 57602, उच्च माध्यमिक पद पर नियुक्ति के लिए अधियाचना प्राप्त हुई है. इसके लिए अर्हता नियमावली में दी गई है. परीक्षा के लिए एक ही आवेदन होगा. अगर कोई उम्मीदवार योग्य है तो तीनों में आवेदन दे सकते हैं.
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तीन अलग अलग परीक्षा में भाग ले सकते हैंः उम्मीदवार तीन परीक्षा में अलग-अलग तिथि में बैठ सकते हैं. उन्होंने बताया कि भाषा का पेपर क्वालीफाइंग होगा. उसका मेरिट नहीं जुटेगा, एक सेक्शन में इंग्लिश होगा. कुल सौ नंबर के सौ प्रश्न होंगे जिसमें तीस नंबर लाना अनिवार्य होगा. संयुक्त रूप से तीस प्रतिशत नंबर लाना होगा. मेन पेपर 150 नंबर का होगा. अगर कोई अभ्यर्थी तीनों पेपर में आवेदन देगा तो तीनों पेपर देने होंगे. इनमें सौ प्रश्न स्टूडेंट्स को पढ़ाने वाले विषय से होगा.
निगेटिव मार्किंग होगीः उन्होंने यह भी कहा कि अगर परीक्षार्थी बीएसईबी के सिलेबस को पढ़ लें तो उनका सिलेबस हो जायेगा. प्राथमिक शिक्षक के न्यूनतम अर्हता इंटर है, जबकि प्लस टू के लिए न्यूनतम अर्हता पीजी है. 50 नंबर इंटेलीजेंस टेस्ट होगा. इनमें रीजनिंग, मेंटल एबिलिटी जैसे प्रश्न होंगे. परीक्षार्थियों के तुक्केबाजी पर रोक रहेगी साथ ही निगेटिव मार्किंग भी होगी. अतुल प्रसाद ने बताया कि प्रश्न का लेवल हलका नहीं होगा तो कठिन भी नहीं होगा. निगेटिव मार्किंग कितनी होगी, यह परीक्षा से पहले पता चल जायेगा.
अगस्त माह में हो सकती है परीक्षाः उन्होंने कहा कि अगस्त माह में परीक्षा हो सकती है. परीक्षा चार दिनों की होगी जबकि प्रश्नपत्र बाइलिंगुवल होगा. इसके लिए कट ऑफ सरकार द्वारा पूर्व में निर्धारित है. परीक्षार्थियों को आंसर की दी जाएगी, जबकि ओएमआर शीट वेबसाइट पर रहेगी. अतुल प्रसाद ने बताया कि परीक्षा में जितनी ही कड़ाई होगी, उतनी पारदर्शिता भी बढ़ती जाएगी. प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों के सामने खोले जायेंगे. एक घंटे पहले परीक्षार्थियों को सेंटर पर पहुंचना होगा. यह भी हो सकता है कि प्रीक्षार्थियों को दो से तीन घंटे पहले बुला लें. आवेदन को बायोमैट्रिक लिया जा सकता है. जिसका सेंटर पर मिलान भी होगा. परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे. कोई परीक्षार्थी गलती करते पाया जाता है तो उसपर पांच साल तक प्रतिबंध रहेगा.
दो से तीन माह में परिणाम जारी होगाः पेपर परीक्षार्थी के सामने सील कंडीशन में आएगा. उनके सामने खुलेगा और वितरण होगा. परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षार्थियों का ओएमआर शीट सील होगा. सारी व्यवस्था फुलप्रूफ होगी. उन्होंने बताया कि अगर अगस्त में परीक्षा होगी तो दो से तीन माह में परिणाम जारी हो जाएंगे. दो से तीन दिन में विज्ञापन जारी हो सकता है. महिला और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए होम डिविजन में परीक्षा हो सकती है. दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर एग्जाम कक्ष होगा और दिव्यांग को परीक्षा में मदद के लिए राइटर दिया जा सकता है.
"अगस्त में परीक्षा आयोजित की जाएगी. इसके लिए जल्द ही विज्ञापन जारी किया जाएगा. परीक्षा होने के बाद दो से तीन माह में रिजल्ट जारी किया जाएगा. प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के लिए अलग अलग तिथि को परीक्षा आयोजित की जाएगी. एक उम्मीदवार तीनों परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. परीक्षा को लेकर सिलेबस जारी कर दिया गया है. परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी रहेगा, इसकी जानकारी जारी कर दी जाएगी." -अतुल प्रसाद, चेयरमैन, बीपीएससी