पटना: राजधानी पटना में शिक्षक बहाली में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा लेने के लिए परीक्षा की बाध्यता शिक्षकों ने आक्रोश है. 11 जुलाई को प्रदेश के तमाम शिक्षक संघ गर्दनीबाग धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. इससे पहले बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कल 10 जुलाई को ही विधानसभा के घेराव का ऐलान कर दिया है.
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विधानसभा का घेराव: रविवार देर शाम बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने बताया कि प्रदेश के 38 जिला से शिक्षकों का जत्था पटना के लिए रवाना हो गया है. काफी शिक्षक पटना पहुंचने लगे हैं. हजारों की तादाद में शिक्षक कल सोमवार विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान पहले दिन विधानसभा का घेराव करेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार के शिक्षा व शिक्षा विरोधी नीति के विरुद्ध लाखों शिक्षक पटना में जुड़ेंगे और आंदोलन में भाग लेंगे.
राज्यकर्मी के दर्जे की मांग: उन्होंने बताया कि बताया कि राज्य कर्मी का दर्जा लेने के लिए वह किसी भी प्रकार के परीक्षा का विरोध करते हैं और शिक्षक बहाली परीक्षा में नियोजित शिक्षक हिस्सा नहीं ले रहे हैं. सरकार ने यह भी तय नहीं किया है कि नियोजित शिक्षक जो परीक्षा में सम्मिलित होंगे. उन्हें किस प्रकार सीनियरिटी का लाभ दिया जाएगा. महागठबंधन की सरकार ने चुनाव के समय वादा किया था कि नियोजित शिक्षकों को राज्य कभी बनाया जाएगा.
घेरा डालो डेरा डालो अभियान: उन्होंने कहा कि शिक्षकों के ऊपर जिनके रिटायरमेंट में कुछ ही समय शेष है. उनके ऊपर राज्य कर्मी का दर्जा प्राप्त करने के लिए परीक्षा थोपना सरासर अनुचित है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस नीति के विरुद्ध में कल 10 जुलाई को विधानसभा का घेराव किया जाएगा. इसके बाद नियोजित शिक्षक अपने अपने क्षेत्रीय विधायक के आवास पर घेरा डालो डेरा डालो अभियान चलाएंगे.