पटना: बिहार सरकार ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति को हटाए जाने को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी लगातार विरोध कर रहे हैं. कल शनिवार को अभ्यर्थियों का सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम समाप्त हो रहा है. शुक्रवार शाम शिक्षक आक्रोशित अभ्यर्थियों ने डोमिसाइल पॉलिसी को हटाए जाने की अधिसूचना के प्रति को जलाकर के विरोध प्रदर्शन किया. कल शनिवार को पटना के गांधी मैदान में हजारों की तादाद में शिक्षक अभ्यर्थी जुटेंगे और पटना की सड़कों पर आंदोलन करेंगे.
अहिंसात्मक आंदोलन करेंगे : शिक्षक अभ्यर्थी और अभ्यर्थियों के नेता अभिषेक कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बाद कर दिया है. शिक्षक अभ्यर्थियों ने 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन इस पर सरकार का कोई सकारात्मक रुख नहीं है. सरकार डोमिसाइल खत्म करने की अपने निर्णय पर कायम है. कल शनिवार को हजारों की तादाद में शिक्षक अभ्यर्थी गांधी मैदान में सुबह 10:00 बजे उतर रहे हैं. गांधी जी की मूर्ति के पास वह शपथ लेंगे और अहिंसात्मक आंदोलन कर दल मार्च करेंगे.
बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री बना रहे हैं: शिक्षक अभ्यर्थी रूपेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने की चाहत में बिहार को बर्बाद कर दिए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार में गरीब नजर नहीं आ रहे हैं जबकि बिहार से दिल्ली पंजाब हरियाणा ट्रेनों में भर भरकर मजदूर जाते हैं. बिहार के युवाओं को बेरोजगार करने की साजिश रची गई है. बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री बनाकर रख दिए हैं.
" नीतीश कुमार जेपी मूवमेंट की उपज है और जेपी मूवमेंट 2.0 से ही उन्हें शिक्षक अभ्यर्थी मिटा देंगे. सभी शिक्षक अभ्यर्थी सभी नेतृत्व कर्ता है. सभी कल से सड़कों पर उतर कर सरकार को नियम बदलने के लिए बाध्य करेंगे. "- अभिषेक कुमार झा, शिक्षक अभ्यर्थी, नेता