पटना: पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) में कार्यरत सफाई कर्मियों ने 15 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल (Indefinite Strike) पर जाने का निर्णय ले लिया है. सफाई यूनियन के नेता नंद किशोर दास के आवाहन पर सफाई कर्मी नगर निगम अंचल कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना देंगे. इस दौरान दौरान साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराना नगर निगम के लिए चुनौती पूर्ण रहेगा. हालांकि िगर निगम ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को नगर की सफाई करने का जिम्मा सौंपा है.
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सोमवार से होने वाली हड़ताल को लेकर सफाई यूनियन के नेता नंद किशोर दास के नेतृत्व में आज कंकड़बाग पानी टंकी के पास बैठक हुई. बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली प्रमुख मांगों पर चर्चा हुई. जिसमें दैनिक कर्मियों की सेवा नियमित करने, सामान काम के लिए सामान वेतन, 18000 मासिक मजदूरी, EPF की गड़बड़ी में सुधार, प्रत्येक माह की 5 तारीख को वेतन का भुगतान, निजी एजेंसी के मजदूरों की मनमानी ढंग से ना हटाया जाए, आर्थिक शोषण पर रोक लगाई जाए, 4500 रुपए बोनस का भुगतान निजी एजेंसियों के मजदूरों को दिया जाये. वाहन चालकों को वाहन कि मरम्मत के लिए राशि सहित 15 सूत्री मांगों की सूची तैयार की गयी.
बता दें कि पटना नगर निगम के सभी 75 वार्डों में सफाई करने वाले 6000 कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे. इसके साथ ही नगर निगम नूतन राजधानी अंचल कार्यालय, बांकीपुर अंचल कार्यालय, कंकड़बाग अंचल कार्यालय, पाटलिपुत्र अंचल कार्यालय,अजीमाबाद अंचल कार्यालय, पटना सिटी अंचल कार्यालय, वाटर बोर्ड के कर्मचारी अनिश्चित काल हड़ताल पर चले जाएंगे. जिससे पटना शहर में सफाई-व्यवस्था बाधित होगी.
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सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने की धमकी पर निगम प्रशासन की तरफ से शहर की सफाई व्यवस्था बहाल रखने के लिए आउटसोर्स पर बहाल कर्मचारियों को ड्यूटी पर रहने के लिए कहा गया है. आउटसोर्स पर बहाल सभी सफाई कर्मी शहर की सफाई व्यवस्था करेंगे. दैनिक सफाई कर्मियों द्वारा इन्हें छेड़े जाने पर निगम प्रशासन ने कार्रवाई करने की हिदायत दी है.