पटनाः बिहार विधानसभा के 2 सीटों मोकामा और गोपालगंज सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार अब जोर पकड़ने लगा है. बीजेपी की तरफ से स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है, लेकिन अभी तक महागठबंधन (Nitish Kumar Campaign On Behalf Of Mahagathbandhan) के तरफ से स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी नहीं की गई है. महागठबंधन की तरफ से दोनों सीट पर आरजेडी ने उम्मीदवार उतारे हैं. मोकामा सीट पर अनंत सिंह की पत्नी चुनाव लड़ रही है अनंत सिंह के साथ सीएम नीतीश कुमार (Suspense On Nitish Kumar Campaign In Byelection) और जदयू के वरिष्ठ नेताओं की पिछले कई सालों से 36 का आंकड़ा रहा है. ऐसे में नीतीश कुमार मोकामा में चुनाव प्रचार करेंगे कि नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि आरजेडी के तरफ से डिमांड करने पर फैसला लिया जाएगा.
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राजद का सीधा मुकाबला बीजेपी : मोकामा और गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन के तरफ से आरजेडी ने उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं बीजेपी दोनों सीट पर चुनाव लड़ रही है. मुकाबला राजद का सीधा बीजेपी से है. मोकामा सीट आरजेडी के विधायक अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त होने के कारण खाली हुआ है. मोकामा से आरजेडी ने अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को टिकट दिया है तो वहीं बीजेपी ने यहां सूरजभान के नजदीकी ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी को टिकट दिया है.
महागठबंधन के लिए बड़ी चुनौती: गोपालगंज सीट बीजेपी के विधायक सुभाष सिंह के असमय निधन के कारण खाली हुई है. बीजेपी ने सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को उम्मीदवार बनाया है तो आरजेडी के तरफ से मोहन गुप्ता को टिकट दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद यह पहला चुनाव है इसलिए महागठबंधन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है लेकिन महागठबंधन के उम्मीदवार के नामांकन के समय जदयू के तरफ से कोई भी बड़ा चेहरा शामिल नहीं था. ऐसे में अब चुनाव प्रचार पर भी कई तरह के कयास लग रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह चुनाव प्रचार में जाएंगे कि नहीं इस पर सस्पेंस बना हुआ है.
'बीजेपी का खेल अब खत्म हो चुका है' : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि दोनों सीट हम लोग जीतेंगे बीजेपी का खेल अब खत्म हो चुका है. आरजेडी की तरफ से चुनाव प्रचार के लिए डिमांड होगा तो फिर उसके बाद पार्टी फैसला लेगी. वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कौन प्रचार में जाएंगे यह कैसे कह दें महागठबंधन के नेता बैठेंगे और इस पर फैसला होगा, लेकिन दोनों सीट हम लोग जीतेंगे और आरजेडी के उम्मीदवार महागठबंधन के उम्मीदवार हैं, इसलिए महागठबंधन के नेता प्रचार में रहेंगे.
"बीजेपी प्रवक्ता नवल यादव का कहना है कि जदयू कभी नहीं चाहेगी कि आरजेडी दोनों सीट जीत जाए और अपनी सरकार बना ले क्योंकि कुछ ही सीट तो सरकार बनाने के लिए घट रही है और नीतीश कुमार प्रचार में कभी नहीं जाएंगे"- नवल किशोर यादव, प्रवक्ता बीजेपी
"कौन प्रचार में जाएंगे यह कैसे कह दें. महागठबंधन के नेता बैठेंगे और इस पर फैसला होगा, लेकिन दोनों सीट हम लोग जीतेंगे और आरजेडी के उम्मीदवार महागठबंधन के उम्मीदवार हैं, इसलिए महागठबंधन के नेता प्रचार में रहेंगे"- मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता, आरजेडी
नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार पर सस्पेंस बरकरारः आपको बता दें कि 17 अक्टूबर को नामांकन वापसी का अंतिम दिन है और 3 नवंबर को चुनाव होगा. जबकि 6 नवंबर को मतगणना होगी. ऐसे चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है. अब आरजेडी देखना है कब तक स्टार प्रचारकों की सूची जारी करती है और उसमें नीतीश कुमार ललन सिंह के साथ अन्य घटक दलों के नेता शामिल होते हैं या नहीं, मोकामा और गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में जीत के दावे महागठबंधन खेमे के तरफ से भी हो रहा है और बीजेपी के तरफ से भी लेकिन मोकामा विधानसभा उपचुनाव में नामांकन के समय महागठबंधन के घटक दल के नेता शामिल नहीं हुए थे. विशेषकर नीतीश कुमार का अनंत सिंह के साथ बेहतर संबंध पिछले कई सालों से नहीं रहा है. नीतीश कुमार से खटपट होने के बाद ही अनंत सिंह ने आरजेडी से चुनाव लड़ा था और विधायक बने थे लेकिन कोर्ट से सजा के बाद उनकी सदस्यता गई है. अब प्रचार जोर पकड़ने लगा है लेकिन ना तो आरजेडी के नेता और ना ही जदयू के नेता नीतीश कुमार चुनाव प्रचार करेंगे इसको लेकर स्पष्ट कर पा रहे हैं. और इसीलिए चुनाव प्रचार को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है.