पटनाः केन्द्रीय संस्था नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार फिसड्डी साबित (NITI Aayog report Regarding Bihar) हुआ है. इस रिपोर्ट को लेकर विपक्ष लगातार हमला बोल रहा है. वहीं बीजेपी के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आयोग की रिपोर्ट के पैमाने पर सवाल (Sushil Modi Questions On Scale of NITI Aayog) उठाया है. उन्होंने कहा कि वास्तव में बिहार काफी आगे बढ़ चुका है.
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सुशील मोदी ने कहा कि इसे लेकर वे नीति आयोग को पत्र लिखेंगे. बिहार बहुत आगे बढ़ चुका है, अब ऐसी कोई बात नहीं है. 2005 से पहले जैसी स्थिति अब बिहार में नहीं है. बिहार में काफी काम हुआ है. वर्तमान सरकार ने विकास के लिए काफी काम किए हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह के बाद जिन्होंने भी सत्ता की बागडोर संभाली, बिहार में कोई काम नहीं हुआ. 40 साल तक बिहार का विकास रुका रहा. इसका जवाब ना ही कांग्रेस के नेता देते हैं और ना ही राजद के नेता लालू प्रसाद यादव. अभी बिहार में विकास के काफी काम हुए हैं. लेकिन नीति आयोग ने बिहार की जो रिपोर्ट पेश की है, वह ठीक नहीं है.
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बीजेपी सांसद ने कहा कि एनएचएफएस को पैमाना मानकर नीति आयोग ने जो रिपोर्ट पेश किया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि हम खुद आयोग की रिपोर्ट को गौर से पढ़ा और देखा है. जिसमें साल 2005-06 के एनएचएफएस को आधार बनाकर जो रिपोर्ट बनाए गए और अभी की जो रिपोर्ट पेश की गई है, वह साल 2015 और 16 के आधार पर पेश की गई है.
सुमो ने कहा कि 2016 के बाद बिहार में काफी विकास हुआ है, लेकिन उस विकास की चर्चा नीति आयोग ने नहीं की है. इसको लेकर उन्होंने नीति आयोग को पत्र लिखने की बात कही है. पत्र में पैमाने को ठीक करने के साथ ही एनएचएफएस को आधार बनाकर साल 2020-21 की रिपोर्ट पेश करने की बात उन्होंने कही है. इससे सब कुछ पता चलेगा.
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