पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह BJP राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा. सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले और विपक्षी एकता के बड़बोले दावे करने वाले नीतीश कुमार अपनी पार्टी जदयू को राष्ट्रीय दल का दर्जा भी भी नहीं दिला सके. पिछले दिनों नीतीश कुमार नागालैंड गए थे और ललन सिंह ने विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत लगा थी, फिर भी जदयू मुश्किल से एक सीट जीत पाया और उसका वोट भी घट कर मात्र 3.25 फीसद रह गया.
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जदयू से बेहतर लोजपाः नगालैंड में जदयू से बेहतर प्रदर्शन लोजपा (रामविलास) का रहा. उसने दो सीटें जीतीं, 8.6 फीसद वोट हासिल किये और आठ सीटों पर यह पार्टी दूसरे स्थान पर रही. वहां राजद और कांग्रेस का खाता नहीं खुला. लोजपा (रामविलास) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाएगा. सुशील मोदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है. ये दोनों नेता अपने बल पर मुख्यमंत्री बनते रहे.
उत्तर-पूर्वी राज्यों में नाम-मात्र के हैं बिहारीः नीतीश कुमार न कभी अपने बल पर मुख्यमंत्री बने, न इनकी पार्टी राष्ट्रीय दर्जा पा सकी. बिहार-केंद्रित जदयू को किसी दूसरे हिंदीभाषी प्रदेश में नहीं, बल्कि अरुणाचल और मेघालय जैसे प्रदेश में राज्य पार्टी का दर्जा मिला है. इन उत्तर-पूर्वी राज्यों में बिहार के लोग नाम-मात्र के हैं. जब शरद पवार, ममता बनर्जी, मायावती और केजरीवाल की पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त है, तब विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार और उनकी राज्य-स्तरीय पार्टी को कोई क्यों महत्व देगा? तीन उत्तर-पूर्वी राज्यों के चुनाव परिणामों ने जहां प्रधानमंत्री मोदी का करिश्मा कायम रखा, वहीं जदयू के महत्वाकांक्षी सपने तोड़ दिये.
"नीतीश कुमार अपनी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा नहीं दिला सके फिर भी पीएम बनने का सपना देख रहे हैं. नागालैंड चुवान में पूरी ताकत लगाने के बाद भी मात्र एक सीट जीत पाए. जदयू से अच्छा तो लोजपा का प्रदर्शन रहा. अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी अपने दम पर सीएम बने हैं इसलिए राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त हैं." -सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, भाजपा