पटना: बागेश्वरधाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री 13 मई से 17 मई तक पटना में हनुमत कथा वाचन करेंगे. उनके पटना आने को लेकर सियासत जारी है. आरजेडी के कई नेता बागेश्वर बाबा के पटना आने का विरोध कर रहे हैं. वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ ही आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष ने भी विरोध जताया है. ऐसे में बीजेपी आरजेडी पर हमलावर है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने इसको लेकर निशाना साधा है.
बोले सुशील मोदी- 'जब ओवैसी आ सकते हैं तो बागेश्वर धाम बाबा'..: दरअसल आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बागेश्वर धाम बाबा के खिलाफ बयान देत हुए कहा था कि ऐसे बाबाओं को जेल में होना चाहिए. इसके जवाब में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि यह हिंदू संतो को अपमान करने वाला बयान है. जब बिहार के अंदर ओवैसी को आने की अनुमति मिल सकती है जो भड़काऊ बयान देते हैं तो बाबा बागेश्वर धाम को क्यों नहीं? वे कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं है. वह वोट मांगने नहीं आ रहे हैं.
"यही चंदा बाबू ने एक समय में कहा था कि नफरत की भूमि पर राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. इनका कल्चर और संस्कृति हिंदू देवी देवताओं का अपमान करना संतो का अपमान करना है. बिहार का हिंदू समाज इस तरह का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा."-सुशील कुमार मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार
'मैंने कानून में संशोधन की मांग नहीं की थी': वहीं नीतीश कुमार ने कहा था कि आनंद मोहन की रिहाई बीजेपी के लोग और खुद सुशील मोदी भी कर रहे थे, जवाब में सुशील मोदी ने कहा कि हमने आनंद मोहन सिंह की रिहाई की बात जरूर की थी लेकिन कानून में संशोधन की मांग कभी नहीं की. उन्होंने(नीतीश कुमार) जेल मैनुअल के उस धारा में संशोधन कर दिया जिस धारा में बिहार के लाखों सरकारी कर्मचारियों को सुरक्षा कवच मिला हुआ था. जिस कठोर कानून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद बनाया था उस कानून को 7 वर्ष के बाद अपनी राजनीति महत्वाकांक्षा के लिए खत्म कर दिया.
"सरकारी ड्यूटी के दौरान सरकारी कर्मचारी की हत्या होती है तो वह जघन्य अपराध में रखा गया था. उस कानून को ही हटाकर बिहार के लाखों पदाधिकारी के मन में डर बना दिया. पुलिसकर्मी जो छापेमारी में जाते हैं, उनके ऊपर अपराधी जब हमला करते हैं, उस दौरान अगर पुलिसकर्मी की मौत हो जाए उसकी हत्या हो जाए तो जो उस कानून के तहत उसे सुरक्षा कवच मिला हुआ था. वह सुरक्षा कवच आपने हटा दिया जिससे अपराधियों के मन से डर पदाधिकारियों पर हमला करने का खत्म हो गया है. आपने आम और खास आदमी को बराबर कर दिया."- सुशील कुमार मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार
पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की पर उठाए सवाल: सासाराम में रामनवमी पर हुए दंगे के आरोप में बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी होने पर पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस व्यक्ति का नाम एफआईआर में दर्ज नहीं उसे आप 1 महीने के बाद गिरफ्तार करते हैं. जवाहर प्रसाद पब्लिक फिगर है और वह 5 बार के एमएलए रहे हैं. कुशवाहा समाज के बड़े नेता हैं. सुशील कुमार मोदी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो आपने साजिश रची कि अमित शाह की रैली सासाराम में ना हो. कुशवाहा समाज अशोक सम्राट के उनके सम्मान में कार्यक्रम होने वाला था तो साजिश रची.