पटना: बिहार सरकार (Bihar government) की ओर से किसानों को उनके फसल क्षति का मुआवजा दिया जाता है. गन्ना उद्योग से जुड़े किसान इसमें शामिल नहीं थे लेकिन अब राज्य के गन्ना किसानों को भी इनपुट अनुदान मिलेगा. गन्ना उद्योग विभाग ( Sugarcane Industries Department ) के मंत्री प्रमोद कुमार ( Minister Pramod Kumar ) ने बताया कि अब गन्ना उद्योग से जुड़े किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्हें भी फसल क्षति का मुआवजा दिया जाएगा.
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मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि काफी समय से हमारा प्रयास था कि गन्ना उद्योग से जुड़े किसानों को भी इसका लाभ मिले और अब बिहार सरकार ने इसको लागू किया है. इसके लिए हम बिहार सरकार को धन्यवाद देते हैं. उन्होंने बताया कि फसल क्षति का आंकलन कृषि विभाग की ओर से किया जाएगा. किसानों को जो भी नुकसान होगा या उनकी जो फसल की क्षति हुई होगी उन किसानों को अनुदान भी मिलेगा.
बता दें कि बिहार में 3 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती होती है. कई बार गन्ना उद्योग से जुड़े किसानों की भी फसल क्षति होता है. ऐसे में अब लाखों किसानों को बड़ी राहत मिली है. अन्य फसलों की तरह अब गन्ना किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा. मंत्री प्रमोद कुमार ने बताया कि बाढ़, सुखाड़ के कारण अक्सर गन्ना उद्योग से जुड़े किसानों के फसल को क्षति पहुंचता था और किसान काफी चिंतित रहते थे.
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बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर जिले के किसान सबसे अधिक प्रभावित रहते थे. लेकिन अब गन्ना की खेती करने वाले किसानों को भी मुआवजा मिलेगा. मंत्री ने कहा कि इस बार हमने लक्ष्य भी रखा है कि जो गन्ना की खेती तीन लाख हेक्टेयर में होती है. उसे चार लाख हैक्टेयर किया जाए. इसके लिए विभाग लगातार कार्य कर रहा है.