पटना: पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश के खिलाफ बयानबाजी के आरोप में जारी शो कॉज नोटिस का जवाब पार्टी को भेज दिया है. पांच पन्नों में दिये जवाब में उन्होंने पार्टी पर ही कई सवाल खड़े कर दिया. सुधाकर सिंह ने अपने जवाब में स्पष्ट रूप से लिखा है कि उनके ऊपर जारी किया गया शो कॉज नोटिस पार्टी की ए टू जेड नीति के अनुरूप नहीं है. इस तरह से पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा करने से राजद में अंदुरुनी राजनीति तेज हो गयी.
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अनुशासन समिति का मामलाः सुधाकर सिंह द्वारा दिए गए जवाब पर जब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछा गया तो उनका कहना था कि हमने जवाब नहीं देखा है. उन्हें पार्टी ने नोटिस जारी किया था तो इसका जवाब पार्टी ही देगी. वहीं, राजद के प्रधान महासचिव और भूमि और राजस्व सुधार विभाग के मंत्री आलोक कुमार मेहता का कहना था कि पार्टी के अंदर इस पर विमर्श होगा. उसके बाद निर्णय लिया जाएगा. यह सब्जेक्ट बाहर डिस्कशन का नहीं होना चाहिए. यह पार्टी के अंदर का मामला है. आलोक कुमार मेहता का यह भी कहना था कि जहां से उनको शो कॉज नोटिस जारी किया गया था, उनके बीच विमर्श होगा. उसके बाद उस पर निर्णय लिया जाएगा. आलोक कुमार मेहता का यह भी कहना था कि इस मुद्दे पर जवाब देने के लिए वह कंपीटेंट पर्सन नहीं हैं.
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पार्टी की नीति पर सवाल: 18 जनवरी को आरजेडी ने पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. उनसे पूछा गया था कि लगातार पार्टी लाइन से अलग जाकर वो बयान दे रहे हैं, क्यों न कार्रवाई की जाए. पार्टी ने जवाब देने के लिए 15 दिन का वक्त मुकर्रर किया था. जिसके बाद सुधाकर सिंह ने पांच पन्नो में दिये अपने जवाब में कई सवाल भी उठा दिये. सुधाकर सिंह ने अपने जवाब में स्पष्ट रूप से लिखा था कि उनके ऊपर जारी किया गया शो कॉज नोटिस पार्टी की ए टू जेड नीति के अनुरूप नहीं है. दरअसल उनका इशारा शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और दिनारा विधायक विजय मंडल की तरफ था. चन्द्रशेखर की रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी और विजय मंडल द्वारा नीतीश सरकार के अफसरों की कार्यशैली पर सवाल थे.