पटना: मकर संक्रांति में राजधानीवासियों को दूध और दही की कमी महसूस नहीं होगी. डेनमार्क के उच्च क्वालिटी के जोरन के साथ सुधा डेयरी बिहार की दही परोस रही है. इसके लिए सुधा डेयरी पिछले दो माह से काम कर रही है. वहीं इसको लेकर सुधा के महाप्रबंधक एसएन ठाकुर ने खुद कमान संभाला है. साथ ही लोगों की जरूरतों को ध्यान में रख कर सुधा डेयरी ने मकर संक्रांति के पूर्व से ही अपना स्टॉक बढ़ा दिया है.
मकर संक्रांति को लेकर विशेष व्यवस्था
डेयरी की महाप्रबंधक एसएन ठाकुर ने बताया कि इस बार भी ग्राहकों को दूध के साथ दही कि कोई किल्लत नहीं होगी. इस बार पटना डेयरी प्रोजेक्ट ने मकर संक्रांति के लिए 35 लाख लीटर दूध की बिक्री का लक्ष्य रखा है. पिछले साल 30 लाख लीटर दूध की खपत मकर संक्रांति के अवसर पर हुई थी. उन्होंने कहा कि दही तिलकुट और चुड़ा का पर्व है तो दही की खपत ज्यादा होगी. इस बार 6 लाख किलोग्राम दही बेचने का लक्ष्य रखा गया है. पिछली बार 5 लाख 20 हजार किलोग्राम दही की खपत दर्ज की गई थी.
चलाया जाएगा दूध-दही एक्सप्रेस
एसएन ठाकुर ने कहा कि लोगों कि जरुरत को देखते हुए एक किलोग्राम और 2 किलोग्राम के जार को मंगाया गया है. जो छोटे परिवार के लोगों के लिए सुविधाजनक होगा. उसके आलावे सौ ग्राम, दो सौ ग्राम, चार सौ ग्राम के दही कप में मिलेंगे. जबकि पांच सौ ग्राम दही पाउच में उपलब्ध रहेगा. साथ ही 15 किलो और 18 किलो जार में दही मिलेगा. उन्होंने बताया कि दही और दूध का पर्याप्त भंडार है. डेयरी प्रबंधन की ओर से 9 से लेकर 15 जनवरी से दूध एक्सप्रेस और 10 से 15 जनवरी से दही एक्सप्रेस भी चलाया जाएगा. साथ ही दूध के टैंकर भी डेयरी की ओर से चलाया जाएगा. जिसको लेकर डेयरी के अधिकारियों की इस विशेष अभियान पर खास नजर रहेगी.