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विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर छात्रों ने किया हंगामा, STET परीक्षा रद्द करने की मांग - एसटीइटी परीक्षा

28 जनवरी आयोजित हुए एसटीइटी 2019 परीक्षा को पूरी तरह से रद्द कराने की मांग को लेकर छात्रों ने विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर जमकर हंगाम किया.

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Published : Feb 3, 2020, 5:10 PM IST

पटना: राजधानी में विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर एसटीईटी के छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने 28 जनवरी को आयोजित हुए एसटीईटी 2019 परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की मांग की. बता दें कि अभ्यर्थियों ने कुछ दिनों पहले भी परीक्षा को रद्द कराने को लेकर हंगामा किया था और परीक्षा समिति ने किसी भी हाल में परीक्षा रद्द नहीं होने की बात कही थी.

Patna
हंगामा करते छात्र

'परीक्षा में व्यापक पैमाने पर हुआ है कदाचार'
शिक्षक अभ्यर्थी नीरज कुमार ने बताया कि एसटीईटी परीक्षा में व्यापक पैमाने पर कदाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भी वह परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए थे, लेकिन उनकी मांग पर परीक्षा समिति ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कई जगह अभ्यर्थी स्पेशल चैंबर में बैठकर मोबाइल के साथ परीक्षा दिए हैं और ऐसे में आम अभ्यर्थियों को नौकरी नहीं मिलेगी. उन्होंने पूरे बिहार में हुए एसटीईटी की परीक्षा को रद्द करने की मांग की.

छात्रों ने किया हंगामा

'हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे छात्र'
अभ्यर्थी पूनम ने बताया कि प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस थे, जो कि बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसलिए अब आखरी रास्ता यही बचा है कि हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाए. अभ्यर्थियों ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एसटीईटी 2019 परीक्षा रद्द कराने के मूड में नहीं है और इसलिए अब वह 5 फरवरी को छात्र हाईकोर्ट में परीक्षा रद्द कराने के लिए याचिका दायर करने जा रहे हैं.

पटना: राजधानी में विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर एसटीईटी के छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने 28 जनवरी को आयोजित हुए एसटीईटी 2019 परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की मांग की. बता दें कि अभ्यर्थियों ने कुछ दिनों पहले भी परीक्षा को रद्द कराने को लेकर हंगामा किया था और परीक्षा समिति ने किसी भी हाल में परीक्षा रद्द नहीं होने की बात कही थी.

Patna
हंगामा करते छात्र

'परीक्षा में व्यापक पैमाने पर हुआ है कदाचार'
शिक्षक अभ्यर्थी नीरज कुमार ने बताया कि एसटीईटी परीक्षा में व्यापक पैमाने पर कदाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भी वह परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए थे, लेकिन उनकी मांग पर परीक्षा समिति ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कई जगह अभ्यर्थी स्पेशल चैंबर में बैठकर मोबाइल के साथ परीक्षा दिए हैं और ऐसे में आम अभ्यर्थियों को नौकरी नहीं मिलेगी. उन्होंने पूरे बिहार में हुए एसटीईटी की परीक्षा को रद्द करने की मांग की.

छात्रों ने किया हंगामा

'हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे छात्र'
अभ्यर्थी पूनम ने बताया कि प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस थे, जो कि बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसलिए अब आखरी रास्ता यही बचा है कि हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाए. अभ्यर्थियों ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एसटीईटी 2019 परीक्षा रद्द कराने के मूड में नहीं है और इसलिए अब वह 5 फरवरी को छात्र हाईकोर्ट में परीक्षा रद्द कराने के लिए याचिका दायर करने जा रहे हैं.

Intro:राजधानी पटना के डाक बंगला रोड स्थित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर काफी संख्या में पहुंचे एसटीइटी 2019 अभ्यर्थियों ने 28 जनवरी आयोजित हुए एसटीइटी 2019 परीक्षा को पूरी तरह से रद्द कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया. अभ्यर्थियों ने कुछ दिनों पूर्व भी परीक्षा को रद्द कराने को लेकर हंगामा किया था और मगर परीक्षा समिति द्वारा साफ तौर से यह कहे जाने की किसी भी हाल में परीक्षाएं रद्द नहीं होगी जिसके बाद अभ्यर्थी नाराज होकर काफी संख्या में सोमवार के दिन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट के बाहर प्रदर्शन किए.


Body:अभ्यर्थियों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं शिक्षक अभ्यर्थी नीरज कुमार ने बताया कि एसटीइटी परीक्षा में व्यापक पैमाने पर कदाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भी वह परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए थे मगर उनकी मांग की प्रति परीक्षा समिति बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कई जगह अभ्यर्थी स्पेशल चेंबर में बैठकर मोबाइल के साथ परीक्षा दिए हैं और ऐसे में आम अभ्यर्थियों को नौकरी नहीं मिलेगी इसलिए उनकी मांग है कि सिर्फ चार केंद्रों की नहीं बल्कि पूरे परीक्षा केंद्रों की परीक्षा रद्द की जाए और दोबारा एसटीइटी की परीक्षा अनियमितता और कदाचार मुक्त कराई जाए.


Conclusion:बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर प्रोटेस्ट कर रही एसटीइटी अभ्यर्थी पूनम ने बताया कि क्वेश्चन आउट ऑफ सिलेबस थे जो बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है इसलिए अब आखरी रास्ता यही बचा है कि हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाए.
अभ्यर्थियों ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एसटीइटी 2019 परीक्षा रद्द कराने के मूड में नहीं है और इसलिए अब वह 5 फरवरी को हाई कोर्ट में परीक्षा रद्द कराने के लिए याचिका दायर करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब उन्हें सिर्फ न्यायालय से उम्मीद बची है.
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