पटना: राजधानी में विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर एसटीईटी के छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने 28 जनवरी को आयोजित हुए एसटीईटी 2019 परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की मांग की. बता दें कि अभ्यर्थियों ने कुछ दिनों पहले भी परीक्षा को रद्द कराने को लेकर हंगामा किया था और परीक्षा समिति ने किसी भी हाल में परीक्षा रद्द नहीं होने की बात कही थी.
'परीक्षा में व्यापक पैमाने पर हुआ है कदाचार'
शिक्षक अभ्यर्थी नीरज कुमार ने बताया कि एसटीईटी परीक्षा में व्यापक पैमाने पर कदाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भी वह परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए थे, लेकिन उनकी मांग पर परीक्षा समिति ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कई जगह अभ्यर्थी स्पेशल चैंबर में बैठकर मोबाइल के साथ परीक्षा दिए हैं और ऐसे में आम अभ्यर्थियों को नौकरी नहीं मिलेगी. उन्होंने पूरे बिहार में हुए एसटीईटी की परीक्षा को रद्द करने की मांग की.
'हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे छात्र'
अभ्यर्थी पूनम ने बताया कि प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस थे, जो कि बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इसलिए अब आखरी रास्ता यही बचा है कि हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाए. अभ्यर्थियों ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एसटीईटी 2019 परीक्षा रद्द कराने के मूड में नहीं है और इसलिए अब वह 5 फरवरी को छात्र हाईकोर्ट में परीक्षा रद्द कराने के लिए याचिका दायर करने जा रहे हैं.