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दानापुर में B.Ed के छात्रों ने काटा बवाल, कॉलेज पर लगाया मनमानी तरीके से अधिक फीस मांगने का आरोप

आरपीएस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (RPS Teachers Training College) में छात्रों ने जमकर बवाल काटा है. इनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन द्वारा मनमानी ढंग से 55 सौ रुपए अधिक फीस मांगी जा रही है. हालांकि प्राचार्य का कहना है कि एमयू द्वारा 3 हजार रुपए जब कॉलेज में आ जाएगा, तो छात्र छात्राओं को वापस कर दिया जाएगा.

अधिक फीस के खिलाफ
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Published : Sep 22, 2021, 10:51 PM IST

पटना: बिहार के पटना (Patna) जिले के दानापुर में रूपशपुर स्थित आरपीएस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (RPS Teachers Training College) में छात्रों ने जमकर हंगामा किया है. इनका आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने जितनी फीस तय की है, उससे अधिक की वसूली की जा रही है.

ये भी पढ़ें: शिक्षक नियोजन: शिक्षा विभाग का आदेश- 'DEO जल्द पूरी करें अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की जांच'

दानापुर के रूपसपुर थाने के आरपीएस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में हंगामा कर रहे छात्राों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने 55 सौ रूपये फीस तय की है, लेकिन उनसे तय शुल्क से अधिक पैसे मांगे जा रहे हैं. छात्रों ने बताया कि बीएड (B.Ed) के सत्र 2020-2022 में नामांकन करने के समय डेढ़ लाख रूपये फीस मांगी गई थी.

छात्रों की मानें तो प्रथम किस्त में 85 हजार और दूसरी किस्त में 65 हजार रूपए फीस जमा करना है, लेकिन कॉलेज प्रशासन द्वारा मनमानी ढंग से 55 सौ रूपये अधिक फीस मांगी जा रही है. 55 सौ रूपये का कॉलेज प्रशासन द्वारा रसीद भी नहीं दिया जा रहा है और नगद रूपए मांगे जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार में पंचायत चुनाव की वजह से CDPO बहाली परीक्षा स्थगित

कॉलेज प्रशासन द्वारा 55 सौ रूपये किस मद के लिए ले रहे है, इसके बारे में न तो रसीद और न ही कोई जानकारी दी जा रही है. 55 सौ रूपए कॉलेज प्रशासन द्वारा मनमानी तरीके से मांगे जा रहे हैं. जिसको लेकर छात्र-छात्राओं ने विरोध करते हुए कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

छात्रों ने बताया कि सीट एलॉट के लिए तीन हजार रूपए जमा हुआ था और उसका फीस मार्च में आ गया है. उसके बाद भी फीस काटा नहीं जा रहा है. छात्रों ने बताया कि ऑनलाइन फीस नहीं लिया जा रहा है. छात्रों ने साफ कहा कि वे लोग एक रुपए भी ज्यादा फीस नहीं देंगे. जरूरत पड़ी तो इसको लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के पास भी जाएंगे और आगे चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे.

ये भी पढ़ें: इंतजार खत्म! बिहार में फिजिकल टीचर की आने वाली है बंपर बहाली... नीतीश सरकार ने लगा दी है मुहर

कॉलेज के सहायक गौरी शंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि बीएड के दो साल का डेढ़ लाख फीस है. जिसमें फस्ट ईयर 85 हजार और सेकंड ईयर में 65 हजार रूपये फीस जमा करना है. उन्होंने बताया कि फस्ट ईयर में 85 हजार रूपये फीस मांगी जा रही है और फार्म भरने के लिए कहा जा रहा है. वहीं कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि पहले वर्ष का शुल्क 85 हजार रुपए और द्वितीय वर्ष का शुल्क केवल 65 हजार रुपया ही छात्र छात्राओं को कॉलेज में देना है. एमयू द्वारा 3 हजार रुपए जब कॉलेज में आ जाएगा, तो छात्र छात्राओं को 3 हजार रुपया वापस कर दिया जाएगा. छात्र-छात्राएं अपनी फीस जमा कर रजिस्ट्रेशन और फॉर्म भर सकते है.

पटना: बिहार के पटना (Patna) जिले के दानापुर में रूपशपुर स्थित आरपीएस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (RPS Teachers Training College) में छात्रों ने जमकर हंगामा किया है. इनका आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने जितनी फीस तय की है, उससे अधिक की वसूली की जा रही है.

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दानापुर के रूपसपुर थाने के आरपीएस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में हंगामा कर रहे छात्राों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने 55 सौ रूपये फीस तय की है, लेकिन उनसे तय शुल्क से अधिक पैसे मांगे जा रहे हैं. छात्रों ने बताया कि बीएड (B.Ed) के सत्र 2020-2022 में नामांकन करने के समय डेढ़ लाख रूपये फीस मांगी गई थी.

छात्रों की मानें तो प्रथम किस्त में 85 हजार और दूसरी किस्त में 65 हजार रूपए फीस जमा करना है, लेकिन कॉलेज प्रशासन द्वारा मनमानी ढंग से 55 सौ रूपये अधिक फीस मांगी जा रही है. 55 सौ रूपये का कॉलेज प्रशासन द्वारा रसीद भी नहीं दिया जा रहा है और नगद रूपए मांगे जा रहे हैं.

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कॉलेज प्रशासन द्वारा 55 सौ रूपये किस मद के लिए ले रहे है, इसके बारे में न तो रसीद और न ही कोई जानकारी दी जा रही है. 55 सौ रूपए कॉलेज प्रशासन द्वारा मनमानी तरीके से मांगे जा रहे हैं. जिसको लेकर छात्र-छात्राओं ने विरोध करते हुए कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

छात्रों ने बताया कि सीट एलॉट के लिए तीन हजार रूपए जमा हुआ था और उसका फीस मार्च में आ गया है. उसके बाद भी फीस काटा नहीं जा रहा है. छात्रों ने बताया कि ऑनलाइन फीस नहीं लिया जा रहा है. छात्रों ने साफ कहा कि वे लोग एक रुपए भी ज्यादा फीस नहीं देंगे. जरूरत पड़ी तो इसको लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के पास भी जाएंगे और आगे चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे.

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कॉलेज के सहायक गौरी शंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि बीएड के दो साल का डेढ़ लाख फीस है. जिसमें फस्ट ईयर 85 हजार और सेकंड ईयर में 65 हजार रूपये फीस जमा करना है. उन्होंने बताया कि फस्ट ईयर में 85 हजार रूपये फीस मांगी जा रही है और फार्म भरने के लिए कहा जा रहा है. वहीं कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि पहले वर्ष का शुल्क 85 हजार रुपए और द्वितीय वर्ष का शुल्क केवल 65 हजार रुपया ही छात्र छात्राओं को कॉलेज में देना है. एमयू द्वारा 3 हजार रुपए जब कॉलेज में आ जाएगा, तो छात्र छात्राओं को 3 हजार रुपया वापस कर दिया जाएगा. छात्र-छात्राएं अपनी फीस जमा कर रजिस्ट्रेशन और फॉर्म भर सकते है.

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