पटनाः धनरुआ प्रखंड (Dhanarua Block) के प्राथमिक विद्यालय पनपुरा में बरसात आते ही छुट्टियां दे दी जाती है. कोरोना महामारी में एक लंबे अरसे के बाद स्कूल खुला. बच्चों में स्कूल जाने का उत्साह देखती ही बन रहा था. लेकिन जब बच्चे स्कूल गए, तो देखा कि क्लास में पानी जमा है. बच्चों को बैठने में परेशानी होती, इसलिए हेडमास्टर ने छुट्टी दे दी. अब जब तक पानी सूख नहीं जाता, बच्चों के लिए स्कूल बंद रहेगा.
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धनरुआ प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय पनपुरा के हालात ऐसे हैं कि जब भी बारिश होती है, स्कूलों में पठन-पाठन बाधित हो जाता है. दरअसल जब भी बारिश होती है तो स्कूलों की सभी कक्षाओं में बारिश का पानी भर आता है. सभी कक्षाओं में जलजमाव हो जाने से बच्चों के लिए बैठने की जगह नहीं रहती है. ऐसे में मजबूरन बच्चों को छुट्टियां दे दी जाती हैं.
'सड़क ऊंची होने के कारण स्कूल में जलजमाव हो जाता है. जब कभी बारिश होती है तो बारिश का पानी स्कूल के अंदर प्रवेश कर कक्षा में भर जाता है. ऐसे में बच्चों को बैठने के लिए कोई जगह नहीं मिल पाती है. जिसके कारण मजबूरन स्कूल में छुट्टियां देनी पड़तीं है. हालांकि कई बार पानी को निकालने का प्रयास भी किया जाता है. लेकिन अगर दिनभर बारिश होती रहती है तो पानी निकालना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में सभी बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो जाता है. स्कूल में 193 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं.' -अनिता कुमारी, प्रधानाध्यापिका
'सड़क ऊंची होने के कारण स्कूल में जलजमाव हो जाता है. कोशिश की जा रही है कि सड़क के आगे ईंट एवं गिट्टी से भर कर पानी रोका जाए, ताकी स्कूलों में पानी न पहुंचे.' -अजय कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
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