पटना: एलएलबी के द्वितीय वर्ष का छात्र भोला उर्फ नितेश कुमार एक मामले में पिछले दो साल से जेल में बंद है. वह एक विचाराधीन कैदी के रूप में कैद है. दरअसल, वह अपनी पढ़ाई पूरी करने और प्रतियोगिता परीक्षा देने के लिए लगातार न्यायालय से इजाजत मांग रहा है. लेकिन, कोर्ट उसकी सुनने को तैयार नहीं है.
नितेश अपनी पीठ दर्द के इलाज के लिए भी अस्पताल जाना चाहता है. लेकिन, प्रशासन और जिला प्रशासन उसे इसकी इजाजत नहीं दे रहा. नितेश का आरोप है कि न्यायालय का रवैया उसके प्रति सही नहीं है. उसे बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है.
व्यवस्था से है परेशान
नितेश का कहना है कि कोई उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है. वह अपने केस की सुनवाई के लिए हर रोज कोर्ट में पेश होता है. उसके मामले का निपटारा नहीं किया जा रहा है. यही नहीं सिस्टम से लड़ने के लिए उसने लोकसभा चुनाव लड़ने का मन भी बनाया. लेकिन, उसे चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी गई. उसका कहना है कि वह अब असहाय महसूस कर रहा है.
मौत की राह अपनाना चाहता है नितेश
परेशान नितेश ने अपनी जिंदगी को खत्म करने का मन बना लिया है. ऐसे देश और माहौल में वह जीना नहीं चाहता है. थक हार कर अब वह कोर्ट से इच्छा मृत्यु की गुहार लगा रहा है. नितेश के वकील ने कहा कि इसका यह आवेदन कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है, न्यायालय का फैसला जल्द पता चल जाएगा.