पटना: नई शिक्षा नीति को लेकर छात्र संगठन आईसा की ओर से गांधी मैदान के गेट नंबर 10 से राजभवन मार्च निकाला गया. जिसे पुलिस ने जेपी गोलंबर पर ही रोक दिया. इस प्रदर्शन में लगभग 2 से 3 दर्जन छात्र ही सम्मिलित हुए थे. इस वजह से पुलिस बल की संख्या छात्रों से कई गुना अधिक रही. ऐसे में छात्र संगठन आईसा ने जेपी गोलंबर पर लगभग 5 से 10 मिनट जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारे लगाए. छात्रों की भागीदारी कम होने से ट्रैफिक पर भी कोई अधिक प्रभावित नहीं पड़ा. 10 मिनट नारेबाजी करने के बाद प्रशासन की पहल पर 5 छात्र राजभवन में ज्ञापन देने के लिए निकल गए.
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नई शिक्षा नीति के खिलाफ आईसा का प्रदर्शन: छात्र संगठन आईसा के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति सरकारी विश्वविद्यालयों को कॉरपोरेट के हाथों में सौंपने की साजिश है. इससे ऑफिस में बेतहाशा फीस वृद्धि हुई है. जहां पहले 3 साल के स्नातक कोर्स के लिए छात्रों को मात्र 6800 रुपये खर्च होते थे. नई शिक्षा नीति के नए प्रावधान के कारण 4 साल के स्नातक कोर्स में अब 20000 रुपये से अधिक खर्च हो रहे हैं.
"यह नई शिक्षा नीति गरीब वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा से दूर करने की साजिश है. इसी के खिलाफ हम राजभवन मार्च करने जा रहे हैं. मार्च में दिल्ली से भी आइशा के सदस्य पहुंचे हुए हैं. पूरे प्रदेश से छात्र संगठन आइसा के छात्र आए हुए हैं."- विकास कुमार, प्रदेश अध्यक्ष, छात्र आईसा
प्रदर्शन में शामिल हुए प्रदेश भर से आए युवा: दरभंगा से आए छात्र मयंक कुमार यादव ने कहा कि राज्यपाल केंद्र के नीतियों को थोप रहे हैं. सभी विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के 4 साल के पाठ्यक्रम को लागू करवा रहे हैं. इसी के विरोध में वह राजभवन मार्च कर रहे हैं. क्योंकि यह नई शिक्षा नीति गरीब विरोधी है. छात्र संगठन आइसा के राज्य सचिव कुमार दिव्यम ने कहा कि 3 साल के स्नातक पाठ्यक्रम में ही सेशन सही नहीं है और 3 साल का कोर्स 6 साल में कंप्लीट हो रहा है. ऐसे में 4 साल के स्नातक कोर्स में 8 परीक्षाएं आयोजित करानी है और यह बिहार जैसे प्रदेश के लिए संभव नहीं है.
"विश्व विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है. विश्व विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को भी सरकार पूरी कर लेती है तब भी वह लोग नई शिक्षा नीति का विरोध करेंगे. क्योंकि 3 साल के पाठ्यक्रम के बजाय 4 साल का पाठ्यक्रम किया गया है और यह गरीब विरोधी है. सरकारी विश्वविद्यालयों को कॉरपोरेट करने की साजिश है. यह नई शिक्षा नीति और इसी के विरोध में हम राजभवन मार्च करने जा रहे हैं. प्रोटेस्ट को जेपी गोलंबर पर पुलिस द्वारा रोक दिया गया है. लेकिन प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपना चाहता हैं."- कुमार दिव्यम, राज्य सचिव, छात्र आईसा