पटना: बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ लंबित मांगों को लेकर अनिश्चिचकालिन हड़ताल पर चले गए हैं. इस मामले को लेकर कार्यपालक धरना पर बैठ गए हैं. इनके इस हड़ताल से कार्यालयों में काम बुरी तरीके से प्रभावित हो रहा है.
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8 मांगों को लेकर प्रदर्शन
बताते चलें कि बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में बीएफ-एमएस कर्मचारियों के माध्यम से धरना दिया जा रहा है. धरना के पांचवें दिन अराजपत्रित कर्मचारी संघ की कुल 8 मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.
सरकारी तंत्र का दलाली बंद करने की मांग
बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के सभी कर्मियों का कहना है कि बेल्टोन एमडी अपनी गरिमा खो दिए हैं. जिसके चलते कर्मचारियों को काफी दिक्कत हो रही है. कर्मचारियों की मांग है कि सरकारी तंत्र का दलाली करना बंद करे और कर्मचारियों की बात सुनने में ज्यादा दिलचस्पी रखे.
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जानिए कर्मचारियों की क्या है मांग
कर्मचारियों की मांग है कि मुख्य रूप से बिहार प्रशासनिक में सुधार, मिशन सोसायटी के कंडिकाल तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग, कार्यपालक सहायकों निमित्त उच्च स्तरीय समिति कीअनुशंसा का मूल स्वरूप अंश लागू करने की मांग, दिशा निर्देश के आलोक में तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित किए जाने की मांग, नियमितीकरण और अस्थाई की मांग, महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश, अनुमान्यता 10% वार्षिक मानदेय, कर्मचारियों को अनुरुप अनुमान, भता तय करने की मांग, विभिन्न आंदोलन अवधि में कटौती कर मानदेय देने की मांग, समायोजित कर कटौती किए गए मानदेय का भुगतान और वर्ष 2015 के आंदोलन के दौरान कार्यपालक सहायकों पर गर्दनीबाग कांड समाप्त करने की मांग मुख्यरूप से करने के माध्यम से विभाग तक रखा गया है.